Neem Karoli Baba Ashram को क्यों कहा जाता है कैंची धाम, जानें इस जगह का इतिहास और महत्व
Neem Karoli Baba Ashram: उत्तराखंड में ऐसे कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जो काफी मशहूर हैं। हिंदू धर्म में इसका बहुत महत्व है यहां कुछ ऐसे मंदिर भी हैं जो पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। इन मंदिरों के दर्शन करने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं। उनमें से उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित कैंची धाम भी है। यहां नीम करौली बाबा का आश्रम और हनुमान मंदिर मौजूद है। जिसके दर्शन करने लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
भारत में ऐसे बहुत से तीर्थ स्थल हैं, जो अलग-अलग प्रकार से जाने जाते हैं। यहां मौजूद हर देवी-देवता किसी कारण से यहां पर विराजमान है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों इतना ज्यादा फेमस है कैंची धाम का आश्रम और लोग इसे नीम करोली बाबा क्यों कहते हैं।
Neem Karoli Baba Rishikesh Ashram
भारत तीर्थ स्थल के लिए काफी जाना जाता है। यहां पर इतने सारे धार्मिक स्थल मौजूद हैं कि देश-विदेश से लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। देखा जाए तो ज्यादातर लोग अगर कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं, तो उनके दिमाग में सबसे पहले किसी मंदिर का नाम ही आता है। क्योंकि लोगों को पसंद होता है कि जब कोई शुभ समय जैसे नवरात्रि या तो सावन में लोग ज्यादा ऐसी जगह की तलाश में होते हैं।
जहां जाकर उन्हें अपने व्यस्त जीवन से थोड़ा समय मिले और लोग भगवान के साथ इस समय को व्यतीत कर सकें। आपको बता दें कि भारत के उत्तराखंड के नैनीताल में नीम करोली बाबा का आश्रम हैं जहां लोग दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।
Kainchi Dham Photos: जानिए क्या है नीम करोली बाबा का सच
कैंची धाम एक बहुत ही मशहूर आश्रम है, जो नीम करोली बाबा की वजह से जाना जाता है। इस आश्रम की बहुत ज्यादा मान्यता है। यह आश्रम नैनीताल से करीब 17 किलोमीटर की दूरी पर हैं और नैनीताल में मौजूद भवाली से 9 किलोमीटर दूर पर यह आश्रम स्थित है। इस आश्रम के बाबा को लोग भगवान की तरह पूजते हैं। इस आश्रम को 1960 में जाने-माने आध्यात्मिक गुरु नीम करोली बाबा ने बनवाया था। 15 जून, 1964 को नीम करौली बाबा और उनके भक्तों ने इस आश्रम को बनाया था।
नीम करोली बाबा को कई लोग हनुमान जी का अवतार मानते हैं। इस मंदिर में नीम करौली बाबा के साथ-साथ हनुमान जी, राम-सीता समेत अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी मौजूद हैं। नीम करोली बाबा हनुमान जी के परम भक्त थे और उन्होंने अपने जीवनकाल में हनुमान जी के कई मंदिर बनवाए थे।
Neem Karoli Baba Mandir: नीम करोली बाबा के आश्रम बना कैंची धाम
नीम करोली बाबा को उनके भक्त महाराज जी के नाम से जानते हैं। उनका जन्म भारत में उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव में एक धनी ब्राह्मण जमीदार परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था। 11 साल की उम्र में ही उनकी शादी हो गई थी। नीम करोली बाबा शादी के तुरंत बाद अपना घर छोड़कर गुजरात चले गए और पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर घूमते रहे।
बाबा ने अपने पूरे जीवनकाल में बहुत सारे चमत्कार किए हैं। इन्होने लोगों को जीवन जीने का रास्ता दिखाया है। उन्होंने अपने जीवन में दो आश्रम भी बनवाए थे, उनका एक आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में हैं जिसे हम कैंची धाम के नाम से जानते हैं और दूसरा उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृंदावन में मौजूद है। वृंदावन को उन्होंने अपनी महासमाधि के लिए चुना था। 10 सितंबर को ही बाबा वृंदावन के लिए रवाना हो गए थे। जहां उन्होंने 11 सितंबर 1973 को महासमाधि ली।
कैंची धाम आश्रम और मंदिर शिप्रा नदी के तट पर बना हुआ है। यह जगह इतनी ज्यादा फेमस है कि अब तक न जाने कितने भक्त यहां दर्शन करने के लिए आ चुके होंगे। यहां मार्क जुकरबर्ग भी दर्शन के लिए आए थे। एप्पल कम्पनी के संस्थापक ने भी इस जगह पर आकर माथा टेका था। हाल ही में मशहूर क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा भी कैंची धाम मंदिर में दर्शन करने के लिए आए थे।