क्या है नया इनकम टैक्स बिल? इससे कौन-कौन होंगे प्रभावित
New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार, 11 अगस्त 2025 को विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा में इनकम टैक्स बिल, 2025 का रिवाइज्ड वर्जन पेश किया, जिसमें भाजपा नेता बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली संसदीय चयन समिति द्वारा की गई अधिकांश सिफारिशों को शामिल किया गया है। लोकसभा में विधेयक पेश करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिन्हें सही विधायी अर्थ प्रदान करने के लिए शामिल किया जाना आवश्यक है।
New Income Tax Bill Kya Hai: क्या है यह बिल?

New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: वित्त अधिनियम, 2025 ने आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 87ए के तहत कर छूट का दावा करने के लिए आय सीमा को 7 लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया है, जो अधिनियम की धारा 115बीएसी के तहत नई कर व्यवस्था के तहत कर योग्य निवासी व्यक्ति के लिए है, और अधिकतम छूट राशि 25,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है।
2025 Income Tax Bill Key Changes
New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि अपडेटेड इनकम टैक्स बिल 2025 में संसदीय चयन समिति के 285 सुझाव शामिल हैं। नए कानून का उद्देश्य कर प्रक्रियाओं को सरल बनाना और पिछली कमियों को दूर करना है, जिससे देश में आयकर परिदृश्य में संभावित रूप से बदलाव आ सकता है। पिछले सप्ताह, इनकम टैक्स बिल, 2025 को सरकार ने औपचारिक रूप से वापस ले लिया, जिसे 13 फरवरी को लोकसभा में मौजूदा आयकर अधिनियम, 1961 के स्थान पर पेश किया गया था।
2025 Income Tax Bill Key Changes

New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: अपडेटेड इनकम टैक्स बिल 2025 में अन्य बड़े बदलावों पर नज़र डालें तो यह अब तक लागू 1961 के अधिनियम का आधा है। इस विधेयक में अब 816 की बजाय 536 धाराएँ हैं और इसे सरल भाषा में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आयकर विभाग (ITD) द्वारा जारी FAQ के अनुसार, इस नए उत्पाद में शब्दों की संख्या अब घटकर 2.6 लाख रह गई है, जबकि स्थिर कानून में यह 5.12 लाख थी। इसके अलावा, धाराओं की संख्या भी 819 से घटाकर 536 कर दी गई है, जबकि अध्याय 47 से घटाकर 23 कर दिए गए हैं।
न्यू इनकम टैक्स बिल 2025 में हुए कई बड़े बदलाव

टैक्स रिफंड
पिछले बिल में प्रावधान था कि अगर आयकर रिटर्न तय समयसीमा पर फाइल न किया गया तो रिफंड नहीं मिलेगा। पैनल ने इस प्रावधान को हटाने का सुझाव दिया था।
इंटर-कॉर्पोरेट डिविडेंड्स
आयकर अधिनियम का सेक्शन 80M के तहत कुछ कंपनियों को अंतर-कॉर्पोरेट लाभांश (Inter-Corporate Dividends) देने की बात करता है। शुक्रवार को पेश किए गए बिल में यह प्रावशान शामिल नहीं था, इस बिल को सरकार ने वापस ले लिया था।
शून्य TDS प्रमाण पत्र
आयकर बिल पर बनी कमेटी ने टैक्स जमा करने वालों को शून्य TDS प्रमाण पत्र (NIL TDS Certificate) देने का सुझाव दिया था।
टैक्सपेयर्स को क्या होगा फायदा?
New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: नए कानून का मकसद प्रक्रियाओं को सरल बनाना और पिछली कमियों को दूर करना है, जिससे देश में आयकर परिदृश्य में संभावित रूप से बदलाव आ सकता है। पांडा का दावा है कि नया कानून पारित होने के बाद भारत के दशकों पुराना टैक्स फ्रेमवर्क सरल हो जाएगा। यह कानूनी उलझनों को कम करेगा और टैक्सपेयर्स तथा एमएसएमई को अनावश्यक मुकदमेबाजी से बचने में मदद करेगा।
नए और पुराने बिल में अंतर समझें
New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: नया बिल 536 धाराओं और 16 शेड्यूल में सुव्यवस्थित रूप से तैयार किया गया है। वहीं, पुराना कानून कई दशकों से लागू था और उसकी भाषा आम करदाता के लिए जटिल मानी जाती थी। इसमें 'प्रीवियस ईयर' और 'असेसमेंट ईयर' की जगह अब 'टैक्स ईयर' का इंटीग्रेटेड कॉन्सेप्ट होगा।
नए बिल में गैर-जरूरी और विरोधाभासी प्रावधानों को हटाकर मुकदमों में कमी लाने की कोशिश की गई है। साथ ही, डिजिटल युग के अनुरूप नियम बनाने के लिए CBDT को अधिक अधिकार दिए गए हैं, जो पहले सीमित थे
Income Tax Bill 2025 से कौन होंगे प्रभावित?

Income Tax Bill 2025 का उद्देश्य कर प्रणाली को सरल बनाना, डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देना और टैक्स चोरी को रोकना है। इस नए बिल से कई वर्ग प्रभावित होंगे। सबसे पहले, मध्यम वर्ग करदाता को इसका सीधा प्रभाव महसूस होगा। नए स्लैब और दरों में बदलाव से कुछ को राहत मिल सकती है, जबकि कुछ की टैक्स देनदारी बढ़ सकती है। नौकरीपेशा लोग, जिनकी आय का स्रोत वेतन है, उनके लिए TDS (Tax Deducted at Source) नियमों में बदलाव हुआ है, जिससे हर महीने की सैलरी पर असर पड़ सकता है।
बिजनेस और प्रोफेशनल्स के लिए टैक्स रिपोर्टिंग को अधिक पारदर्शी और डिजिटल बनाया गया है, जिससे अनियमितताओं पर अंकुश लगेगा। स्टार्टअप्स को कुछ प्रोत्साहन मिल सकते हैं, लेकिन टैक्स लाभ की शर्तें सख्त की गई हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ छूटों को यथावत रखा गया है, लेकिन मेडिकल खर्चों पर टैक्स लाभ सीमित कर दिए गए हैं।
New Income Tax Bill 2025 Summary Hindi: अंत में, हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) पर टैक्स बोझ बढ़ सकता है, क्योंकि सरचार्ज और सुपर रिच टैक्स को संशोधित किया गया है। कुल मिलाकर, यह बिल टैक्स आधार को चौड़ा करने और अनुपालन को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस तरह होंगे लोग प्रभावित, देखें लिस्ट
प्रभावित वर्ग | प्रमुख परिवर्तन | प्रभाव |
---|---|---|
मध्यम वर्ग करदाता | नए स्लैब और दरों में बदलाव | कुछ को टैक्स में राहत, कुछ पर टैक्स बोझ बढ़ सकता है |
नौकरीपेशा व्यक्ति (सैलरीड क्लास) | TDS नियमों में बदलाव | हर महीने की सैलरी में बदलाव; अधिक या कम कटौती संभव |
बिजनेस और प्रोफेशनल्स | टैक्स रिपोर्टिंग अब अधिक डिजिटल और पारदर्शी | अनियमितताओं पर अंकुश, अधिक अनुपालन की आवश्यकता |
स्टार्टअप्स | टैक्स लाभ की शर्तें सख्त, कुछ प्रोत्साहन | योग्य स्टार्टअप्स को फायदा, लेकिन सीमित दायरे में |
वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizens) | कुछ छूट यथावत, मेडिकल खर्चों पर लाभ सीमित | टैक्स छूट में आंशिक राहत, स्वास्थ्य खर्चों पर असर |
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) | सरचार्ज और सुपर रिच टैक्स संशोधित | टैक्स बोझ में वृद्धि, अधिक अनुपालन आवश्यक |
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