अब चर्चा में Akhilesh Yadav का शीशमहल! यहां है पूर्व CM का नया आशियाना
Akhilesh Yadav: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के सीएम आवास शीशमहल को लेकर खूब राजनीतिक रोटियां सेंकी गईं थी. इस बीच अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी महल बनकर तैयार हो गया. जिसकी चारों और चर्चा देखी जा रही, हालांकि उनके नए आशियाने को लेकर कोई सियासी बयान सामने नहीं आया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव लखनऊ नहीं, बल्कि आजमगढ़ में अपना नया ठिकाना बनाने जा रहे हैं. वे अब जिले के अनवरगंज गांव में बसने वाले हैं, जहां उनका नया कैंप आवास पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है. यह आवास 3 जुलाई को विधिवत रूप से उद्घाटित किया जाएगा. इस खास मौके पर अखिलेश यादव खुद आजमगढ़ पहुंचेंगे.
4374 वर्ग मीटर में बना नया आवास
साल 2021 में अखिलेश यादव ने आजमगढ़ के अनवरगंज गांव में 4374 वर्ग मीटर भूमि खरीदी थी. तभी से यहां पर उनके नए कैंप हाउस का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो अब पूरा हो चुका है. यह जगह शहर के मुख्यालय और मंदुरी एयरपोर्ट दोनों से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस लिहाज से यह स्थान यात्रा और जनसंपर्क के लिए काफी सुविधाजनक माना जा रहा है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है यह आवास
अखिलेश यादव का नया आशियाना पूरी तरह मॉडर्न डिजाइन पर आधारित है. दो मंजिला इस भवन में नीचे ऑफिस और मीटिंग हॉल बनाया गया है, जहां वे पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनता से मिल सकेंगे. ऊपर का हिस्सा रिहायशी है, जहां वे अपने निजी समय का उपयोग करेंगे. खास बात यह है कि इस कैंप आवास में जनसभा के लिए भी अलग से स्थान की व्यवस्था की गई है, जिससे वे छोटे कार्यक्रमों को यहीं से संबोधित कर सकें.
पूर्वांचल पर फोकस करने की तैयारी
आजमगढ़ में इस नए कैंप आवास का निर्माण समाजवादी पार्टी की राजनीतिक रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है. दरअसल, पूर्वांचल की 117 विधानसभा सीटों पर पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए आजमगढ़ को एक सशक्त केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. जिस तरह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गोरखपुर को पूर्वांचल में अपना मुख्य केंद्र मानती है, ठीक उसी तरह समाजवादी पार्टी भी आजमगढ़ को अपनी रणनीति का केंद्र बना रही है.
फिलहाल अखिलेश यादव राजधानी लखनऊ से मध्य उत्तर प्रदेश की राजनीति को संभाल रहे हैं, वहीं सैफई से पश्चिमी यूपी पर नजर रखते हैं. अब पूर्वी यूपी यानी पूर्वांचल में उनकी सक्रियता बढ़ाने के लिए आजमगढ़ में यह नया आवास एक रणनीतिक कदम है. यह उनके राजनीतिक अभियानों, बैठकों और स्थानीय कार्यकर्ताओं से सीधी बातचीत के लिए आदर्श स्थान बनेगा.