टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

अब सिख समाज का भी फूटा सरकार के खिलाफ गुस्सा

NULL

01:29 PM Mar 04, 2018 IST | Desk Team

NULL

करनाल : भाजपा सरकार के खिलाफ अब प्रदेश के सिक्खों का भी गुस्सा फूटता जा रहा है। सिक्ख समाज ने अब सीधे सीधे भाजपा सरकार को चेतावनी दी है कि या तो प्रदेश सरकार उनकी माँगें माँग लें वरना पूरे हरियाणा में आन्दोलन होगा। हरियाणा सिक्ख गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व युवा प्रदेशाध्यक्ष एवं पंजाबी स्वाभिमान संघ के चेयरमैन अमरेन्द्र सिंह अरोड़ा ने आज पंचायत भवन में पंजाब केसरी को बातचीत के दौरान कहा कि वह सिक्ख समाज के साथ हैं और सिक्ख समाज के हितों की घोर अनदेखी हो रही है। उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश में 40 प्रतिशत पंजाबी बसता है लेकिन पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा मिलने के बाद भी उसे हरियाणा के स्कूलों में लागू नहीं किया जा रहा।

Advertisement

पंजाबी भाषा की बजाए फ्रेंच और अन्य भाषा जबरदस्ती पाठ्यक्रम में लागू की ता रही है। पंजाबी अध्यापकों की नियुक्ति नहीं हो रही। उन्होंने कहा है कि पंजाबी पाठयक्रम की 9वीं व 10वीं क क्षा की पुस्तकों में गुरुतेग बहादुर जी का अध्याय नहीं जोड़ा गया जबकि पहले यह दर्ज था। हम सब मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मांग करते हैं कि इसे शीघ्र पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये ताकि बच्चे व भावी पीढिय़ां हमारे गुरुओं द्वारा दी गई कुरबानियों को याद रखें व अपने धर्म पर अडिग रहने की शिक्षा प्राप्त कर सकें। उन्होने कहा ना तो पंजाबी समाज को सरकारी नौकरी मिल रही है और ना ही माँग पूरी हो रही है। जिससे सिक्ख समाज में भाजपा के प्रति गहरा रोष है। बता दे अमरेंन्द्र सिंह अरोड़ा ऐसे सिक्ख नेता है जिन्होने 41 सदस्यीय कमेटी में से अकेले ने बीते चुनावों में भाजपा का साथ दिया था। जिसके चलते भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह ने तरावड़ी रैली में ऐलान किया था कि सरकार बनते ही अमरेन्द्र सिंह अरोड़ा का मान सम्मान किया जाएगा। लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी उन्हे कुछ नहीं दिया गया।

जिसके चलते आज भाजपा के प्रति सिक्ख समाज का गुस्सा और दर्द फूटकर बाहर आ गया। इससे पहले हरियाणा प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए सिक्ख जत्थेबंदियों की मिटिंग स्थानीय पंचायत भवन करनाल में हुई। इस की अध्यक्षता हरियाणा सिक्ख गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व युवा प्रदेशाध्यक्ष एवं पंजाबी स्वाभिमान संघ के चेयरमैन अमरेन्द्र सिंह अरोड़ा ने की। इस अवसर पर कई नये व पूराने मुद्दों पर चर्चा हुई। जो कि वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा पुराना करवाये जाना बड़ी चर्चा का विषय रहा। इस अवसर पर जरनैल सिंह एन.आर.आई. व लबाना बिरादरी के प्रधान हरपाल सिंह जलमाना व बलविन्द्र सिंह विर्क ने संयुक्ततौर पर कहा हरियाणा में पंजाबी को दुसरी भाषा का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद भी सरकारी स्कूलों व प्राईवेट स्कूलों में लागु नहीं किया जा रहा।

देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।

– हरीश चावला

Advertisement
Next Article