अब Russia के खिलाफ इस देश ने खोला बड़ा मोर्चा! कर दी 4 बड़ी कार्रवाई
Russia: अजरबैजान और रूस के बीच पिछले कुछ दिनों में तनाव काफी बढ़ गया है. खासकर बीते 48 घंटों में अजरबैजान ने रूस के खिलाफ चार बड़े कदम उठाए हैं, जिसने दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा कर दी है. अजरबैजान ने यह कदम तब उठाया है जब उसे पता है कि रूस दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं और परमाणु हथियारों वाला देश है. इन कार्रवाइयों के बाद अब सबकी नजर इस पर है कि रूस क्या जवाबी कदम उठाता है.
1. रूसी पत्रकारों की गिरफ्तारी
सबसे पहली बड़ी कार्रवाई सोमवार को हुई जब अजरबैजान की राजधानी बाकू में पुलिस ने रूसी मीडिया 'स्पुतनिक' के दो पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. रूस ने इस कदम पर नाराजगी जताई, लेकिन अजरबैजान ने रूस की कोई बात नहीं मानी. अभी तक दोनों पत्रकार जेल में ही हैं.
2. ड्रग्स तस्करी में रूसी नागरिक गिरफ्तार
दूसरी घटना में अजरबैजान की पुलिस ने चार रूसी नागरिकों को ईरान से ड्रग्स की तस्करी के आरोप में पकड़ा. इन आरोपियों को कोर्ट में घुटनों के बल बैठाकर ले जाया गया, जो रूस के लिए बड़ा अपमान माना जा रहा है. अजरबैजान का दावा है कि ये सभी लोग ईरान से ड्रग्स लेकर देश में सप्लाई कर रहे थे.
3. रूस पर केस का ऐलान
तीसरी बड़ी कार्रवाई बुधवार (2 जुलाई) को हुई जब अजरबैजान ने रूस के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की घोषणा की. अजरबैजान का आरोप है कि रूस की पुलिस ने उसके 48 नागरिकों को हिरासत में लिया था, जिनमें से 2 की मौत हिरासत के दौरान हुई. इसी को लेकर अजरबैजान ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
4. विमान हादसे को लेकर विरोध
चौथी कार्रवाई उस घटना को लेकर है जो दिसंबर 2024 में हुई थी. रूस ने उस समय चेचेन इलाके में एक विमान को मार गिराया था जिसमें 32 अजरबैजानी नागरिक सवार थे. अब अजरबैजान ने इस पर आधिकारिक रूप से विरोध जताया है और आरोप लगाया है कि रूस ने जानबूझकर उसके नागरिकों को निशाना बनाया.
क्यों बढ़ रही है दुश्मनी?
रूस और अजरबैजान की दुश्मनी के पीछे दो मुख्य वजहें हैं. पहली ये कि अजरबैजान अमेरिका के साथ नजदीकी बढ़ा रहा है, जबकि रूस इसे पसंद नहीं करता. दूसरी वजह अर्मेनिया है. अजरबैजान की लंबे समय से अर्मेनिया से तनातनी चल रही है, और रूस खुलकर अर्मेनिया के साथ खड़ा होता है.
हाल ही में जब अर्मेनिया ने शांति की कोशिश की, तो रूस ने उसे रोक दिया. इस बात से अजरबैजान और भी नाराज हो गया है. अब सबकी नजर इस बात पर है कि रूस अजरबैजान की इन कार्रवाइयों पर किस तरह प्रतिक्रिया देता है. क्या ये विवाद और बढ़ेगा या कोई सुलह की राह निकलेगी, आने वाला समय ही बताएगा.