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प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी पर तेजस्वी यादव बोले- यह फिल्म है देखते रहिए

BPSC की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर सियासत तेज हो गई है।

06:22 AM Jan 06, 2025 IST | Rahul Kumar Rawat

BPSC की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर सियासत तेज हो गई है।

बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी और फिर जमानत को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने तंज कसा है। उन्होंने कहा, यह फिल्म है देखते रहिए। वहीं, उन्होंने भाजपा का भी घेराव करने हुए कहा, फिल्म में निदेशक, फाइनेंसर, एक्टर और वैनिटी वैन भी है। और इसके पीछे बीजेपी की बी टीम है।

बिहार सरकार का घेराव

तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर कहा कि छोड़िए नीतीश कुमार के बारे में। वह निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा, जो अधिकारी रिटायर है वह नीतीश को बताते हैं, समझाते हैं। जो अधिकारी कहते हैं, वहीं सीएम बोलते हैं। सीएम को कहां बोलना है, यह भी अधिकारी बताते हैं और जहां बोलने के लिए कहते हैं वह वहीं बोलते हैं। वह थक चुके हैं और निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं।

तेजस्वी यादव ने साधा निशाना

कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा पर कैमूर जाने से पहले पत्रकारों से चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने आंदोलन को लेकर कहा कि एक कहानी लिखी गई है। जिसमें एक निर्देशक, निर्माता, फाइनेंसर, अभिनेता, वैनिटी वैन है। कौन ये करा रहे हैं किस वजह से करा रहे हैं ये हम जानते हैं। किसी को छात्रों से लेना-देना नहीं है। पूरी तरीके से एक फिल्म दिखाई जा रही है, एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है। ये भाजपा की बी टीम है।

प्रशांत किशोर की बेल

जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, कोर्ट ने हमारे अनुरोध को स्वीकार करते हुए बिना किसी शर्त के बेल दिया है… मैं हमेशा कहता हूं कि जन बल के आगे कोई बल नहीं है। ये आश्चर्यजनक है कि जिस प्रशांत किशोर को पुलिस ने हिरासत में लिया, पुलिस के अनुसार हमें सशर्त बेल दिया हमने उस बेल को अस्वीकार किया। मैंने जेल जाना स्वीकार किया था पुलिस मुझे बेउर जेल ले गई लेकिन मुझे वहां नहीं रखा, उनके पास मुझे रखने के लिए पेपर नहीं था। कोर्ट का जब फाइनल निर्णय आया उसमें बिना किसी शर्त के बेल मिली है। एक तरीके से हमारी उस बात पर मुहर लग गई है कि गांधी मैदान में बैठकर शांति पूर्ण सत्याग्रह किसी कानून का उल्लंघन नहीं है… मेरा अनशन जारी था जारी है और जारी रहेगा…

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