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NEET पेपर लीक मामले पर पर राज्यसभा में विपक्ष ने भारी किया है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नियम 267 के अंतर्गत सदन के अन्य कार्यों को स्थगित कर नीट पेपर लीक पर चर्चा की मांग उठाई है। मामले में बढ़ते हंगामे को देख लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई है। शुक्रवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर उन पूर्व सांसदों के निधन पर सदन में शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनका निधन पिछले सत्र के बाद हुआ। इसके बाद जैसे ही स्पीकर के कहने पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महत्वपूर्ण पेपर्स को सदन में पेश करना शुरू किया। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के सांसदों ने नीट परीक्षा पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव का जिक्र करते हुए स्पीकर से पहले इस पर चर्चा कराने की मांग की। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी नीट पर चर्चा कराने की मांग करते हुए सदन में कहा कि नीट पर चर्चा के जरिए वे हिंदुस्तान के विद्यार्थियों को सरकार और विपक्ष की तरफ से संयुक्त संदेश देना चाहते हैं।
लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्थगन प्रस्ताव के नोटिस नहीं लिए जाते। उन्होंने राहुल गांधी से संसदीय व्यवस्था का पालन करने का आग्रह करते हुए कहा कि आप विपक्ष के नेता हैं और इसलिए आप संसदीय व्यवस्था का पालन करेंगे, ऐसी अपेक्षा है। इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने नीट पर भी चर्चा का समय देने का आश्वासन देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान वे पूरा समय देंगे। वे हर विषय पर बोल सकते हैं और पार्टी को आवंटित पूरा समय ले सकते हैं। लेकिन विपक्षी सांसदों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही। इस बीच जैसे ही कांग्रेस, टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों के सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में आए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितता से जुड़े मामले पर संसद में चर्चा की मांग करते हुए शुक्रवार को कहा कि विपक्ष युवाओं से जुड़े इस विषय पर सम्मानजनक तरीके से चर्चा करना चाहता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसमें भाग लेना चाहिए। उन्होंने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से यह भी कहा कि संसद से यह संदेश जाना चाहिए कि देश की सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों के हितों की बात कर रहे हैं।कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कल विपक्षी दलों के सदन के नेताओं की बैठक हुई। उसमें सबकी एक राय थी कि आज हमें नीट के मुद्दे पर चर्चा चाहिए। हिंदुस्तान के छात्रों से कहना चाहता हूं कि यह आपका मुद्दा है, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ को लगता है कि आज सबसे जरूरी बात आपकी है क्योंकि आप हिंदुस्तान के भविष्य हैं। आज इस पर चर्चा हो और फिर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं कि अच्छी तरह, प्यार से और सम्मानजनक तरीके से इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। हम सम्मानजनक तरीके से चर्चा करेंगे। आप भी सम्मानजनक तरीके से चर्चा में भाग लीजिए। यह युवाओं का मामला है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘युवा घबराए हुए हैं। संसद से संदेश जाना चाहिए और उन्हें भरोसा मिलना चाहिए कि हिंदुस्तान की सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों के हितों की बात कर रहे हैं।’'