PM मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरा से तिलमिलाया पाकिस्तान, देने लगा गिदड़भभकी, जानें क्या कहा?
PM मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरा से क्यों तिलमिलाया पाकिस्तान
पीएम मोदी ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम में जो हमला किया, वह इंसानियत और कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत “कश्मीरियत” पर एक बेहद निंदनीय प्रहार है.
PM Modi in Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार ( 6 जून) को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे. यह हमले के बाद उनका पहला दौरा था. इस दौरान उन्होंने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज, का भव्य उद्घाटन किया. उन्होंने इसे देश को समर्पित करते हुए इस पुल पर पैदल मार्च किया और हाथ में तिरंगा लहराकर एक शक्तिशाली संदेश दिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चिनाब ब्रिज के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम में जो हमला किया, वह इंसानियत और कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत “कश्मीरियत” पर एक बेहद निंदनीय प्रहार है.
PM मोदी ने पाकिस्तान को दी खुली चुनौती
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी ताकतें कश्मीर के विकास में रोड़ा अटकाएंगी, उन्हें नरेंद्र मोदी का सामना करना पड़ेगा. प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर गरीबों के जीवन और उनके रोजगार को बर्बाद करने का आरोप भी लगाया. उनके अनुसार, पाकिस्तान न सिर्फ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि वह आम लोगों की तरक्की का भी विरोधी है.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और आरोप
प्रधानमंत्री मोदी के तीखे बयान के बाद पाकिस्तान ने अपनी नाराजगी जताई. उसके विदेश मंत्रालय ने पीएम के बयानों को ‘झूठा और भ्रामक’ करार दिया. पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत के प्रधानमंत्री का यह वक्तव्य ध्यान भटकाने की एक साजिश है, जिससे असली मुद्दों से दुनिया की निगाहें हट जाएं.
पाकिस्तान ने यह भी कहा कि भारत के पास इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि पहलगाम हमला उसकी ओर से किया गया है, इसलिए इस प्रकार के आरोप बेबुनियाद हैं.
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे को फिर उछाला
पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीय दर्जे का हवाला दिया. उसने कहा कि यह इलाका विवादित है और इसका समाधान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी जनता की इच्छा के अनुसार ही होना चाहिए.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय प्रशासन द्वारा नियंत्रण वाले कश्मीर में जबरन गिरफ्तारियां, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर रोक और सुरक्षा बलों की भारी मौजूदगी जैसे हालात वहां के विकास की सच्चाई को झूठा बनाते हैं.
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दुनिया से की अपील
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संस्थाओं से अनुरोध किया है कि वे भारत पर दबाव बनाएं ताकि कश्मीरियों के मानवाधिकारों की रक्षा हो सके और उन्हें आत्मनिर्णय का अधिकार मिल सके. पाकिस्तान ने फिर दोहराया कि वह कश्मीरी लोगों की ‘इज़्ज़त और हक़’ की इस लड़ाई में उनके साथ खड़ा रहेगा.