अक्षय कुमार की फिल्म के टीजर में लोगों ने ढूंढ निकाली बड़ी गलती, बोले दिहाड़ी वाला एटीट्यूड नहीं चलता
‘वेडात मराठे वीर दौड़ले सात’ के टीज़र में कुछ ऐसी बड़ी गलतियां की गई है जिससे लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। उनका कहना है कि मेकर्स ने हिस्ट्री के साथ छेड़छाड़ की है और उनका तथ्यों से कोई लेना देना नहीं है, वो बस पैसा कामना चाहते हैं।
सबसे अजीब बात ये है कि इस झूमर में बल्ब लगे हुए हैं जबकि उस दौर में बल्ब थे ही नहीं। इस बड़ी गलती की तरफ ध्यान देने वाले यूजर ने लिखा, ‘एक तो सस्ता मेकअप करके हमारे छत्रपति महाराज का अपमान कर रहे हो। ऊपर से बल्ब जला रखे हैं। उस दौर में तो कनाडा में भी बिजली और बल्ब नहीं था। जब इतने बड़े किरदार पर काम करते हो तो प्रोजेक्ट में दिल और जान लगानी पड़ती है, डेली शिफ्ट की दिहाड़ी वाला एटीट्यूड नहीं चलता।’
तो दूसरे यूज़र ने लिखा, ‘मुझे नहीं पता था कि छत्रपति शिवाजी महाराज के जमाने में थॉमस एडिसन ने बल्ब का आविष्कार किया था। बहुत ज़्यादा क्रिएटिव लिबर्टी एसेंस को बर्बाद कर देती है।’ एक शख्स ने फैक्ट बताते हुए लिखा, ‘हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज 1630 से 1680 के बीच रहे। बिजली का बल्ब लगभग दो सौ साल बाद 1880 में आया! ये रचनात्मक स्वतंत्रता भी नहीं है- ये सिर्फ आलसी फिल्म मेकिंग है।’ अब कुछ इसी तरह से लोग एक्टर और मेकर्स को इस गलती के लिए फटकार लगा रहे हैं।