PM Modi Meets Wang yi: पीएम मोदी से मिले चीनी विदेश मंत्री वांग यी, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
PM Modi Meets Wang yi: चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस बैठक के दौरान वांग यी ने प्रधानमंत्री को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के एजेंडे और भारत-चीन संबंधों में हाल की प्रगति के बारे में जानकारी दी। यह मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी की प्रस्तावित चीन यात्रा से पहले हुई है, जिससे माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों को नई दिशा देने की कोशिश की जा रही है।
PM Modi Meets Wang yi: भारत-चीन रिश्तों में सुधार की कोशिश
वांग यी सोमवार को भारत पहुंचे थे और उन्होंने पीएम मोदी से मिलने से पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी बातचीत की। शाम को करीब 6:30 बजे वांग का काफिला प्रधानमंत्री निवास 7 लोक कल्याण मार्ग से रवाना होते देखा गया। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर लंबे समय से तनाव बना हुआ है, लेकिन अब दोनों देशों की कोशिश है कि संबंधों को सामान्य किया जाए, खासकर ऐसे समय में जब अमेरिका के साथ चीन के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं।

PM Modi ने शी जिनपिंग से मुलाकात का किया जिक्र
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने लिखा, "विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर खुशी हुई। पिछले साल कज़ान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई मुलाकात के बाद से भारत-चीन संबंधों में निरंतर प्रगति हो रही है, जो एक-दूसरे की चिंताओं और हितों के सम्मान पर आधारित है। मैं तियानजिन में होने वाले आगामी SCO सम्मेलन में शी जिनपिंग से अगली मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं।" PM Modi ने आगे कहा कि भारत और चीन के बीच सहयोगपूर्ण और स्थिर संबंध एशिया और पूरी दुनिया में शांति और विकास को बढ़ावा देंगे।
PM Modi की चीन यात्रा की तैयारी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वांग यी की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य पीएम मोदी की आगामी चीन यात्रा की तैयारी करना था। प्रधानमंत्री मोदी के 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच चीन जाने की संभावना है, जहाँ वह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सालाना सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

भारत-पाक संबंधों पर चीन की मध्यस्थता की पेशकश
चीनी विदेश मंत्री की यात्रा के दौरान चीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर रिश्तों के लिए मध्यस्थता की पेशकश की है। चीन का कहना है कि वह दोनों पड़ोसी देशों के बीच शांति और सहयोग को बढ़ावा देने में सकारात्मक भूमिका निभाना चाहता है। हालांकि भारत इस तरह की किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को आम तौर पर स्वीकार नहीं करता।
रूस दौरे पर गए जयशंकर
इसी बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को रूस का दौरा शुरू किया। यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका भारत पर रूस से सस्ता तेल खरीदने को लेकर दबाव बना रहा है। इस स्थिति में माना जा रहा है कि भारत अब अपनी स्वतंत्र विदेश नीति के तहत अमेरिका को संतुलित करने की रणनीति अपना रहा है।