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प्रधानमंत्री मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल रवि, मुख्यमंत्री स्टालिन ने थेवर को श्रद्धांजलि दी

04:35 PM Oct 30, 2022 IST | Desk Team
स्वतंत्रता सेनानी थेवर को पीएम मोदी, सीएम स्टालिन सहित कई अन्य गणमान्य लोगों ने अर्पित की श्रद्धांजलि भारतीय स्वतंत्रता आदोंलन में अहम भूमिका निभाने वाले पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर को उनकी 115वीं जयंती  पर पीएम मोदी व तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने  रविवार को श्रद्धांजलि सुमन अर्पित की श्रद्धांजलि अर्पित करने के दौरान राज्य को विपक्षी दलों के प्रमुख के. पलानीस्वामी और ओ. पनीरसेल्वम भी शामिल रहे।  पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर  को तमिलनाडु को बड़े भाव -विभोर से उच्चकोटि का दर्जा दिया जाता हैं , तमिल की राजनीति में  पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर  का एक बड़ा हिस्सा हैं।  जिसका  फायदा हर दल लेना चाहता हैं।
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मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं महान पसुम्पोन मुथुरामलिंग थेवर को उनकी गुरु पूजा के अवसर पर नमन करता हूं। हमारे राष्ट्र के लिए उनके उत्कृष्ट योगदानों, विशेष रूप से सामाजिक सशक्तीकरण, किसान कल्याण और गरीबी उन्मूलन कार्यों को भी मैं याद करता हूं। उनके आदर्श हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।’’स्वतंत्रता सेनानी थेवर को तमिलनाडु, खासकर राज्य के दक्षिणी हिस्सों, में बहुत आदर भाव से देखा जाता है।
 थेवर की उत्कृष्ट सेवाओं की सराहना की
राज्यपाल रवि ने यहां राजभवन में दिवंगत नेता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।राजभवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्यपाल ने‘‘पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर की उत्कृष्ट सेवाओं की सराहना की, जो एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी, एक दूरदर्शी राष्ट्रवादी-आध्यात्मिक नेता और एक प्रतिष्ठित समाज सुधारक थे।इसमें कहा गया है, भारत के स्वतंत्रता संग्राम में थेवर के योगदान और भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) को मजबूत करने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ जुड़ाव ने तमिलनाडु के कई युवाओं को भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
आपराधिक जनजाति अधिनियम का विरोध किया था
उन्होंने 1920 में मद्रास प्रेसीडेंसी में ब्रिटिश सरकार द्वारा अधिनियमित आपराधिक जनजाति अधिनियम का विरोध किया था, और एक बड़े अभियान का नेतृत्व किया।विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘उन्होंने किसानों और मजदूरों के कल्याण के लिए भी अथक प्रयास किये। उनका जीवन और दृष्टिकोण पीढ़ी-दर-पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।’’मुख्यमंत्री स्टालिन ने एक ट्वीट में थेवर को ‘‘दक्षिण भारत का बोस’’ कहा और उनकी बहादुरी और बलिदान को याद किया।मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, अंग्रेजों का विरोध करते हुए थेवर ने बोस के हाथ ‘मजबूत’ किए।
थेवर के पैतृक गांव पसुम्पोन में श्रद्धांजलि दी
पलानीस्वामी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ यहां नंदनम में थेवर की प्रतिमा और चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता पनीरसेल्वम ने रामनाथपुरम जिले में थेवर के पैतृक गांव पसुम्पोन में श्रद्धांजलि दी।अम्मा मक्काल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) नेता टी. टी. वी. दिनाकरण, पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक एस. रामदास और अन्य ने दिवंगत नेता के कार्यों की सराहना की।
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