22 अगस्त को पीएम मोदी का बिहार दौरा, 13,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को बिहार दौरे पर रहेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार सरकार में तमाम मंत्री भी मौजूद रहेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 13,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने वाले हैं। इनमें सड़क, रेल, बिजली, स्वास्थ्य और शहरी विकास से जुड़ी कई योजनाएं शामिल हैं। गया में प्रधानमंत्री मोदी दो नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे और जनता को संबोधित करेंगे। साथ ही, इस दौरान वह औंटा और मिथिला के प्रवेश द्वार सिमरिया धाम (बेगूसराय) के बीच नवनिर्मित सिक्स-लेन पुल का लोकार्पण करेंगे।
पुल परियोजना का करेंगे उद्घाटन
मीडिया से बातचीत के दौरान बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली औंटा–सिमरिया पुल परियोजना अब पूरी हो चुकी है। औंटा-सिमरिया पुल के उद्घाटन से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच की दूरी कम होगी, जिससे सीमांचल क्षेत्र को नई गति मिलेगी। नितिन नवीन ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिलकर बिहार को यह ऐतिहासिक सौगात देने जा रहे हैं। यह पुल न केवल आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि बिहारवासियों के जीवन को बदलने वाला साबित होगा।” उन्होंने दावा किया कि जब भी पीएम मोदी बिहार आते हैं, विपक्ष की नींद उड़ जाती है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जैसे सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी शेन वॉर्न को रात में याद आती थी, वैसे ही पीएम मोदी का बिहार आगमन विपक्ष को बेचैन कर देता है। विकास करने वाले से डर तो लगेगा ही।”
विपक्ष पर साधा निशाना
विपक्ष पर निशाना साधते हुए नितिन नवीन ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “लालू यादव और केजरीवाल ने जेल से सरकार चलाने की कोशिश की, लेकिन अब यह देश में नहीं चलेगा। भ्रष्टाचारियों को जेल में ही रहना होगा, सरकार जेल से नहीं चलेगी।”राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार में जारी वोटर अधिकार यात्रा के दूसरे चरण पर बोलते हुए नितिन नवीन ने घुसपैठ के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता को वोट का पूरा अधिकार है, लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों को यह अधिकार नहीं मिलना चाहिए। बिहार के जो नागरिक हैं, उन्हें वोट देने का पूरा अधिकार है। उन्हें उनके अधिकार से कोई वंचित नहीं कर सकता है। तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों ने बंगाल, केरल और झारखंड की जनसांख्यिकी बिगाड़ी है। बिहार सरकार ऐसा नहीं होने देगी।”