'World Sanskrit Day' और 'Raksha Bandhan' पर PM Narendra Modi ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर 'World Sanskrit Day' के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। संस्कृत को "ज्ञान और अभिव्यक्ति का एक शाश्वत स्रोत" बताते हुए प्रधानमंत्री ने विविध क्षेत्रों में इसके स्थायी प्रभाव को रेखांकित किया। पीएम मोदी ने दुनिया भर के विद्वानों, छात्रों और उत्साही लोगों के समर्पण की सराहना की जो संस्कृत सीखने, सिखाने और उसे लोकप्रिय बनाने में निरंतर लगे हुए हैं।
PM Narendra Modi ने World Sanskrit Day पर लिखा

अद्य श्रावणपूर्णिमादिने वयं विश्वसंस्कृतदिवसम् आचरामः। संस्कृतभाषा ज्ञानस्य अभिव्यक्तेः च अनादिस्रोतः अस्ति। तस्याः प्रभावः विविधेषु क्षेत्रेषु द्रष्टुं शक्यते। समग्रे विश्वे प्रत्येकम् अपि जनः यः संस्कृतं पठितुं तस्य प्रचारं कर्तुं च प्रयतमानः अस्ति तस्य प्रशंसायै कश्चन अवसरः…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2025
'विश्व संस्कृत दिवस' के अवसर पर प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत भाषाओं में तीन अलग-अलग पोस्ट साझा किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन दुनियाभर में संस्कृत सीखने और इसे लोकप्रिय बनाने वाले हर व्यक्ति के प्रयासों की सराहना करने का सुअवसर है।
PM Modi ने Rakshabandhan पर लिखा
आज हम श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर विश्व संस्कृत दिवस मना रहे हैं। संस्कृत ज्ञान और अभिव्यक्ति का एक शाश्वत स्रोत है। इसका प्रभाव सभी क्षेत्रों में देखा जा सकता है। यह दिन दुनियाभर में संस्कृत सीखने और उसे लोकप्रिय बनाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रयासों की सराहना करने का सुअवसर…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2025
उन्होंने (PM Modi) लिखा, "हम श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर विश्व संस्कृत दिवस मना रहे हैं। संस्कृत ज्ञान और अभिव्यक्ति का एक शाश्वत स्रोत है। इसका प्रभाव सभी क्षेत्रों में देखा जा सकता है। यह दिन दुनियाभर में संस्कृत सीखने और उसे लोकप्रिय बनाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रयासों की सराहना करने का सुअवसर है।"
PM Modi ने लिखा संस्कृत को लोकप्रिय बनाया जा रहा

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पिछले एक दशक से अधिक समय में सरकार ने संस्कृत भाषा को लोकप्रिय बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने लिखा, "पिछले एक दशक से ज्यादा समय में हमारी सरकार ने संस्कृत को लोकप्रिय बनाने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। इनमें केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, संस्कृत शिक्षण केंद्रों की स्थापना, संस्कृत विद्वानों को अनुदान प्रदान करना और पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण के लिए ज्ञान भारतम मिशन शामिल हैं। इससे अनगिनत विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को लाभ हुआ है।"
मंत्री Dharmendra Pradhan ने कहा संस्कृत संस्कार का मूल आधार
‘भाषासु मुख्या मधुरा दिव्या गीर्वाणभारती’
विश्व संस्कृत दिवसस्य कोटिश: अभिनन्दनम्।
आप सभी को विश्व संस्कृत दिवस पर कोटि-कोटि अभिनंदन। संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति, सभ्यता और संस्कार का मूल आधार है। संस्कृत भाषा और भारतीय ज्ञान परंपरा को लोक व्यवहार का हिस्सा बनाने तथा इनके… pic.twitter.com/N6eIVmMywc
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) August 9, 2025
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'विश्व संस्कृत दिवस' पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आप सभी को विश्व संस्कृत दिवस पर कोटि-कोटि अभिनंदन। संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति, सभ्यता और संस्कार का मूल आधार है। संस्कृत भाषा और भारतीय ज्ञान परंपरा को लोक व्यवहार का हिस्सा बनाने तथा इनके संरक्षण और संवर्धन के लिये आइए हम सब सदैव संकल्पित रहें।"
CM Yogi ने कहा सनातन ज्ञान का अनंत स्रोत
देववाणी संस्कृत भारत की आत्मा की अभिव्यक्ति, ऋषियों की वाणी का स्पंदन और सनातन ज्ञान का अनंत स्रोत है।
यह भाषा हमारी परम्परा, प्रज्ञा और वैश्विक बौद्धिकता की आधारभूमि है।
आइए, विश्व संस्कृत दिवस पर इस अमृत वाणी के संरक्षण, प्रसार और दैनिक जीवन में प्रयोग हेतु संकल्पित हों। pic.twitter.com/igmsW9HRuK
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 9, 2025
जयतु संस्कृतम्। जयतु भारतम्।। pic.twitter.com/U5F1JvF8hh
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 9, 2025
'विश्व संस्कृत दिवस' पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, "देववाणी संस्कृत भारत की आत्मा की अभिव्यक्ति, ऋषियों की वाणी का स्पंदन और सनातन ज्ञान का अनंत स्रोत है। यह भाषा हमारी परम्परा, प्रज्ञा और वैश्विक बौद्धिकता की आधारभूमि है। आइए, विश्व संस्कृत दिवस पर इस अमृत वाणी के संरक्षण, प्रसार और दैनिक जीवन में प्रयोग के लिए संकल्पित हों।"
CM Rekha ने संस्कृत को बताया इसका ज्ञान अत्यंत आवश्यक
संस्कृत ने न केवल भारतीय संस्कृति को आकार दिया, बल्कि विश्वभर में ज्ञान के विविध क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है। हमारे प्राचीन ग्रंथों और विज्ञान के अद्भुत दृष्टिकोण को समझने के लिए संस्कृत का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है। यह दिवस हमें अपने कर्तव्यों और संस्कृति की ओर सहेजने और… pic.twitter.com/b75qdg2SqE
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) August 9, 2025
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी इस मौके पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा, "संस्कृत ने न केवल भारतीय संस्कृति को आकार दिया, बल्कि विश्वभर में ज्ञान के विविध क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है। हमारे प्राचीन ग्रंथों और विज्ञान के अद्भुत दृष्टिकोण को समझने के लिए संस्कृत का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है। यह दिवस हमें अपने कर्तव्यों और संस्कृति की ओर सहेजने और संजोने की प्रेरणा देता है। आइए, हम सभी संस्कृत को और अधिक प्रोत्साहित करें, ताकि यह भाषा हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक अमूल्य धरोहर बनी रहे।"
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