PM नरेंद्र मोदी ने किया 'भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025' का उद्घाटन
मोबिलिटी एक्सपो 2025 में रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025” का उद्घाटन किया और कहा कि एक्सपो में बड़ी संख्या में लोगों का आना दिखाता है कि भारत में मोबिलिटी के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मकता है। भारत का ऑटोमोटिव उद्योग शानदार और भविष्य के लिए तैयार है। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि अगले 5 से 6 दिनों में यहां बड़ी संख्या में लोग आएंगे और कई नए वाहन भी लॉन्च किए जाएंगे। इससे पता चलता है कि भारत में मोबिलिटी के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मकता है। भारत का ऑटोमोटिव उद्योग शानदार और भविष्य के लिए तैयार है। बता दे कि यह एक्सपो 17 से 22 जनवरी तक नई दिल्ली में भारत मंडपम, ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट में आयोजित किया जाएगा।
Speaking at the Bharat Mobility Global Expo 2025. Driven by the aspirations of the people, India’s automobile sector is witnessing an unprecedented transformation. @bharat_mobility
https://t.co/w6LYEJy2gX— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2025
रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को किया याद
इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को भी याद किया और विश्वास जताया कि दोनों की विरासत देश के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के ऑटो सेक्टर के इतने बड़े आयोजन में, आज मैं रतन टाटा जी और ओसामु सुजुकी को भी याद करूंगा। इन दोनों महान व्यक्तियों ने भारत के मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा करने और भारत के ऑटो सेक्टर के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मुझे विश्वास है कि रतन टाटा जी और ओसामु सुजुकी जी की विरासत भारत के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी।
ऑटो उद्योग में हुई वृद्धि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, भारत के ऑटो उद्योग में लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के मंत्र का पालन करते हुए, निर्यात भी बढ़ रहा है। भारत में सालाना लगभग 25 मिलियन वाहनों की बिक्री से पता चलता है कि भारत में मांग लगातार बढ़ रही है। यही कारण है कि जब मोबिलिटी के भविष्य की बात आती है, तो भारत को इतनी बड़ी उम्मीदों के साथ देखा जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक ऐसी गतिशीलता प्रणाली पर काम कर रहे हैं जो अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी का समर्थन कर सकती है। एक ऐसी प्रणाली जो जीवाश्म ईंधन के आयात पर हमारे बिल को कम कर सकती है। इसलिए, आज भारत हरित प्रौद्योगिकी, ईवी, हाइड्रोजन ईंधन और जैव ईंधन के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।