'1 से ज्यादा शादी का कॉन्सेप्ट इस्लाम का हिस्सा', बहुविवाह निषेध विधेयक पर मौलाना फिरंगी के बयान से सियासी घमासान
Polygamy Concept Islam: इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने असम विधानसभा में पारित 'बहुविवाह निषेध विधेयक-2025' पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि एक से ज्यादा शादी का कॉन्सेप्ट इस्लाम का अभिन्न हिस्सा है।
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "हमारे मुल्क के संविधान ने हर शहरी को अपने मजहब पर अमल करने की पूरी आजादी दी है और धार्मिक स्वतंत्रता सभी का मौलिक अधिकार है। हर समुदाय को इस बात का भी कानूनी हक है कि वो अपने पर्सनल मामलों में अपने पर्सनल कानूनों पर अमल कर सकता है।"
Maulana Firangi Mahli Statement: मौलाना के बयान से मची खलबली
उन्होंने आगे कहा, "एक से ज्यादा शादी का कॉन्सेप्ट इस्लाम का अभिन्न हिस्सा है। मुल्क के आइन के खिलाफ कोई कानून बनता है तो उसे कैसे वैध करार दिया जा सकता है? असम बहुविवाह निषेध विधेयक' पर कांग्रेस सांसद तनुज पूनिया ने विरोध किया और कहा कि दोनों समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
Polygamy News India: वोटिंग अधिकार खत्म करने का प्रावधान सही नहीं
उन्होंने कहा, "बहुविवाह निषेध विधेयक में सरकारी नौकरी और वोटिंग अधिकार खत्म करने का प्रावधान सही नहीं है। वोटिंग और नौकरी सभी का अधिकार होता है, जिसे कोई नहीं छीन सकता है।"तनुज पूनिया ने अपने बयान में कहा, "देश में अलग-अलग समुदाय के लोग रहते हैं, जिनके लिए कानून बने हैं। असम सरकार को उन लोगों के कानूनों को भी ध्यान में रखना चाहिए। निश्चित रूप से यह समुदायों के बीच फूट डालने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ वर्गों को दबाने की कोशिश की जा रही है।"
सपा का आया बयान
हालांकि, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं ने असम की भाजपा सरकार की तरफ से लाए गए 'बहुविवाह निषेध विधेयक' का समर्थन किया है। सपा विधायक रागिनी सोनकर ने कहा, "अगर एक से ज्यादा शादियों को लेकर कोई नियम लाया जा रहा है और यह बिल बन रहा है, तो मेरा मानना है कि निश्चित रूप से हर कोई इससे सहमत होगा।"