Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Preity Zinta ने की Prayagraj से Varanasi तक धार्मिक यात्रा, मां संग झलकियां शेयर कर लिखा नोट

Preity Zinta ने मां संग की धार्मिक यात्रा, शेयर की खूबसूरत झलकियां

07:00 AM Mar 03, 2025 IST | Damini Singh

Preity Zinta ने मां संग की धार्मिक यात्रा, शेयर की खूबसूरत झलकियां

एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने अपनी मां के साथ प्रयागराज में महाकुंभ से वाराणसी तक की धार्मिक यात्रा की। ‘वीर-ज़ारा’ एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने इन पवित्र स्थानों की अपनी यात्रा की कुछ झलकियां दिखाईं।

Advertisement

भावुक नोट लिखा

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक नोट भी लिखा, “यह यात्रा कितनी रोमांचक रही। मां शिवरात्रि के लिए वाराणसी में हमारी महाकुंभ यात्रा को समाप्त करना चाहती थीं। इसलिए मैंने उनसे कहा, बेशक मां, चलो। जब हम वहां पहुंचे तो पता चला कि अधिक भीड़ के कारण कारों की अनुमति नहीं थी और एक पॉइंट के बाद सड़कें ब्लॉक थीं। इसलिए लोग पैदल चलकर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर सकते थे।

ऑटो और साइकिल रिक्शा तक

एक्ट्रेस ने आगे लिखा हमने तय किया कि हम वहां जाएंगे। कार में बैठने से लेकर ऑटो रिक्शा और साइकिल रिक्शा तक हमने यह सब किया और बहुत कुछ किया, हम भीड़ में चलते रहे।” यात्रा से अपने अनुभव शेयर करते हुए, ‘कल हो ना हो’ एक्टर्स ने लिखा,” वाराणसी में भीड़ बहुत अच्छी थी।” मुझे कभी भी कोई नकारात्मक चीज नहीं मिली और लोग मूल रूप से अच्छे हैं। भले ही यात्रा में हमें घंटों लग गए, लेकिन हमें कभी भी परेशानी महसूस नहीं हुई। इसके लिए आस्था की शक्ति और आसपास के लोगों की सामूहिक ऊर्जा का धन्यवाद।”

पति संग रोमांटिक डेट पर निकलीं Preity Zinta, झील के बीच मनाया Valentine Day

कभी इतना खुश नहीं देखा

प्रीति जिंटा ने यह भी बताया कि उनकी मां पूरी यात्रा के दौरान बेहद खुश थीं और उनके अनुसार यही सबसे बड़ी ‘सेवा’ है। “मैंने अपनी मां को कभी इतना खुश नहीं देखा… वे चमक रही थीं। उन्हें देखकर मुझे एहसास हुआ कि सबसे बड़ी सेवा भगवान के प्रति नहीं, बल्कि अपने माता-पिता के प्रति है।

वीआईपी सेवाएं नहीं थी उपलब्ध

दुख की बात है कि हमें उनकी कीमत तभी पता चलती है, जब हम माता-पिता बन जाते हैं। भले ही उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत की थी, लेकिन आह्वान मेरा था – वे सिर्फ बहाना थीं। हम आधी रात को पहुंचे और आधी रात की आरती देखी। यह कुछ सेकंड के लिए था, क्योंकि कोई वीआईपी सेवाएं उपलब्ध नहीं थीं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा।”

Advertisement
Next Article