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"किसी के साथ संबंध स्थापित होने के बाद..." प्रेमानंद जी महाराज ने बताया सच्चे प्रेम की परिभाषा

05:26 PM Oct 31, 2025 IST | Khushi Srivastava
Premanand Ji Maharaj Love Tips (Image: Social Media)
Premanand Ji Maharaj Love Tips: वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज से मिलने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए रोजाना कई श्रद्धालु उनके आश्रम पहुंचते हैं। प्रेमानंद जी महाराज वो संत हैं, जो लोगों को प्रेम, भक्ति और सच्चे जीवन के मार्ग बताते हैं। प्रेम के प्रति भी प्रेमानंद जी के विचार काफी स्पष्ट और सरल हैं। उनका मानना है कि सच्चा प्यार केवल शरीर से नहीं, बल्कि आत्मा से होता है।
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Premanand Ji Maharaj Love Tips: प्रेमानंद जी महाराज ने बताया सच्चे प्रेम का अर्थ

Premanand Ji Maharaj Love Tips (Photo: Social Media)
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, सच्चे प्रेम के लिए विश्वास, सम्मान और मर्यादा बेहद जरुरी है। यहां पर महाराज द्वारा कही गईं कुछ बातें बताई गईं हैं।

1. भरोसा और ईमानदारी

महाराज के अनुसार, किसी भी रिश्ते की नींव हमेशा आपसी विश्वास और एक दूसरे के प्रति ईमानदारी पर टिकी होती है। शक और विश्वासघात से रिश्ते कमजोर हो जाते हैं, इसलिए एक-दूसरे पर विश्वास होना जरुरी है।

2. एक दूसरे का सम्मान है जरुरी

Premanand Ji Maharaj Love Tips (Image: Social Media)
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि प्रेम में सेवा भाव और सम्मान का होना बहुत जरूरी है। इसलिए जब आप किसी से प्रेम करते हैं तो उसका अपमान न करें बल्कि उनका सम्मान करें।

3. मर्यादा और पवित्रता का पालन

प्रेमानंद जी महाराज का मानना है कि शादी से पहले मर्यादा और पवित्रता का पालन करना चाहिए। इससे रिश्ते में गहराई आती है और रिश्ता मजबूत होता है।

4. अतीत को पीछे छोड़ें

महाराज के अनुसार, अपने पार्टनर से अतीत के बारे में कोई बात न करें, ऐसा करने से रिश्तों में खटास आ सकती है। इसलिए पुराने लोगों और पुरानी बातों को भूलाकर, वर्तमान में जीना ही अच्छा होता है।

5. स्वार्थ की भावना न रखें

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि सच्चा प्रेम कभी स्वार्थी नहीं हो सकता है। अगर आपका प्रेम सच्चा है तो वो आपको हर परिस्थिति में सहारा देता है। इसलिए हमेशा एक-दूसरे को निस्वार्थ भाव से प्रेम करें।

6. समर्पण करें

महाराज कहते हैं कि, एक बार किसी व्यक्ति के साथ संबंध स्थापित होने के बाद उसके प्रति पूरी तरह से समर्पित रहें। फिर किसी तीसरे व्यक्ति की तलाश न करें।

7. परिवार की सहमति जरुरी

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि विवाह न सिर्फ दो लोगों में होता है, बल्कि दो परिवारों का मिलन है। माता-पिता की सहमति और उनका आशीर्वाद रिश्ते को मजबूत बनाते हैं।

Premanand Maharaj Health: इस भयानक बिमारी की चपेट में हैं प्रेमानंद महाराज?

Premanand Ji Maharaj News (Photo: Social Media)
प्रेमानंद जी महाराज पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (Polycystic Kidney Disease) से पीड़ित हैं, जो साल 2006 में सामने आया था। शुरू में पेट दर्द की शिकायत थी, लेकिन बाद में पता चला कि दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं। पहले सप्ताह में पांच दिन डायलिसिस होती थी, लेकिन अब रोजाना डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। यह प्रक्रिया हर दिन उनके घर पर ही डॉक्टरों की निगरानी में होती है। कुछ दिन पहले प्रेमानंद जी की तबीयत खराब चल रही थी, जिसके चलते उनकी पदयत्रा को भी रोक दिया गया था। हालांकि अब वे स्वस्थ हैं और रोजाना की दिनचर्या जारी रख रहे हैं।
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