जीवन में अपना लें प्रेमानंद महाराज के ये 13 विचार, बदल जाएगी आपकी सोच
Premanand Ji Maharaj Quotes Hindi: प्रेमानंद महाराज वृन्दावन के एक जाने-माने आध्यात्मिक गुरु हैं। सोशल मीडिया पर भी महाराज जी के प्रवचन सुनने वाले बहुत लोग हैं। हाल ही में महाराज जी अपने स्वस्थ को लेकर चर्चा में थे, हालांकि अब वह ठीक हैं। महाराज जी अपने सत्संग और प्रवचनों के माध्यम से भौतिकवादी संसार को आध्यात्मिक और भक्ति का मार्ग दिखाते हैं।
महाराज जी के विचार कई लोगों को प्रभावित करते हैं, देश के बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी उनके सत्संग में नजर आते हैं। उनके सिर्फ विचार ही नहीं, बल्कि उनके सुनाए प्रेम और लीलाओं की कथाएं भी मंत्रमुग्ध करने वाली होती हैं। महाराज जी अपने सत्संग में कुछ ऐसे विचार सुना देते हैं, जो अगर आप जीवन में अपना लें तो कई मुश्किलें हल हो जाएं। इस लेख में हम आपको प्रेमानंद महाराज के कुछ अनमोल विचार बताएंगे।
Premanand Ji Maharaj Quotes Hindi: महाराज जी के अनमोल विचार
1. जिनके मुख में प्रभु का नाम नहीं है, वह भले ही जीवित है लेकिन मुख से मरा हुआ है।
2. हमें सच्चा प्रेम प्रभु से प्राप्त होता है। किसी व्यक्ति से क्या होगा, कोई व्यक्ति हमसे प्यार कर ही नहीं सकता क्योंकि वो हमे जानता ही नहीं तो कैसे करेगा।
3. स्वयं को ईश्वर को समर्पित कर दो। यह जीवन जैसा भी है, उनका दिया हुआ है। तुम्हारे पास जितने भी साधन संसाधन है, वह उनकी कृपा का प्रभाव है। तुम जिसका भोग कर रहे हो, वह सब ईश्वर का है। ऐसे विचार के साथ कर्म करो, जीवन यापन करो, जीवन सुखमय होगा।
4. इस भौतिक संसार में किसी के पास आपको पकड़ने की शक्ति नहीं है, आप ही हैं जो पकड़ते हैं और आप ही हैं जिन्हें छोड़ना है।
5. प्रेम सबसे बड़ा धर्म है, इसके जरिए व्यक्ति एक-दूसरे से जुड़ता है। यही नहीं प्रेम ईश्वर की भक्ति करने की प्रेरणा भी देता है।
6. जब तक आत्मा को जानने की कोशिश नहीं करेंगे, तब तक जीवन का उद्देश्य समझ में नहीं आएगा।
7. कोई भी व्यक्ति तुम्हें दुख नहीं देता है। यह तुम्हारे कर्मों का फल होता है, जो उस व्यक्ति के द्वारा मिलता है। इसलिए हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए।
8. मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसका स्वयं का अहंकार होता है। इसे पराजित करने से जीवन में वास्तविक शांति मिलती है।
9. आध्यात्मिक यात्रा में कोई भी पथ आसान नहीं होता, लेकिन यदि आपकी नीयत सच्ची हो, तो कोई भी कठिनाई नहीं टिक सकती।
10. लोग कटु व्यवहार करें, तब भी आपको सबसे विनम्रता से व्यवहार करना चाहिए।
11. सच्चा प्रेम वह है, जो बिना किसी स्वार्थ के होता है और जो हर स्थिति में खुद को खोने के बाद भी दूसरों के लिए रहता है।
12. कभी भी अपनी क्षमता पर संदेह मत करो, क्योंकि आत्मविश्वास ही जीवन का सबसे बड़ा गुरु है।
13. ब्रह्मचर्य की रक्षा करें। ब्रह्मचर्य बहुत बड़ा अमृत तत्व है, मूर्खता के कारण लोग इसे ध्यान नहीं देते हैं।