करनाल में प्रिंट, पैक, बेकरी, फार्मा के खुलेंगे कलस्टर
NULL
करनाल : करनाल के कृषि यंत्र निर्माताओं को अब टेस्टिंग प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए हिसार व गुरूग्राम नहीं जाना पड़ेगा। यह सुविधा उन्हें उचानी स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र में उपलब्ध करवा दी गई है। यह घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने होटल नूर महल में आयोजित समाधान दिवस कार्यक्रम में उद्योगपतियों की समस्याओं का समाधान करते हुए की। उन्होंने कहा कि एचएसआईआईडीसी के औद्योगिक एरिया में फ्लोर एरिया रेशो को भी 150 सेे बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया है। इस कार्यक्रम का आयोजन उद्योग एवं वाणिज्य विभाग हरियाणा की ओर से किया गया था। जिसमें कुल 29 समस्याओं में से 27 का आज समाधान कर दिया गया। मुख्यमंत्री द्वारा करनाल में प्रिंट एवं पैक, बेकरी तथा फार्मा समेत तीन कलस्टर खोलने के लिए घोषणा की। जिन पर करीब 32 करोड़ रूपये की लागत आएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि करनाल में फार्मा पार्क के लिए 50 एकड़ भूमि की पहचान की गई है,एचएसआईआईडीसी इस पर एक पार्क विकसित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापारियों को सहूलियत देने के मामले में वर्ष 2014 में हरियाणा 14वें पायदान पर था। 2016 में छठे स्थान पर आया और अब इस रैङ्क्षकग में यह प्रदेश देश में पहले स्थान पर आ गया है। उन्होंने कहा कि इस आफ डूईंग बिजनैस यानी व्यापार को सरल बनाने के लिए हरियाणा में एक कॉमन एप्लीकेशन लेकर 45 दिन में एनओसी दी जाती थी। इसे घटाकर अब 30 दिन कर दिया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में करनाल सहित 4 एग्रो मॉल स्थापित है, उद्योगपतियों को इनमें अपने माल की प्रदर्शनी लगाने के लिए किराये में 27 से घटाकर 15 प्रति वर्ग फु ट की छूट दे दी गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में 2 लाख 3 हजार 973 डीलरों को,जो वैट, केन्द्रीय आबकारी तथा सेवाकर के तहत पंजीकृत थे,को सफलतापूर्वक जीएसटी के तहत लाया गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में 1 लाख 54 हजार नये करदाता पंजीकृत किये गए। विभिन्न जीएसटी अधिनियम के तहत कर संग्रहण में हरियाणा का देश में पांचवा स्थान है और इसके तहत कुल 23 लाख 792 करोड़ रूपये की वसूली हुई है।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।
– हरीश चावला