महिला दिवस के मौके पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों पर महिला किसानों ने संभाला मंच
पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू और खनौरी में जारी किसानों के प्रदर्शन स्थलों पर शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला किसानों ने मंच संभाला। महिला किसानों ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार किसानों की मांगें नहीं मान लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
शंभू और खनौरी सीमा पर किसानों का आंदोलन 25वें दिन भी जारी रहा और कई महिला किसान इन प्रदर्शन स्थलों पर पहुंचीं। एक महिला पंचायत का भी आयोजन किया गया, जिसमें कई महिला किसानों ने भाग लिया। किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसानों में से एक, वरिष्ठ किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने पूर्व में कहा था कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला किसान मंच संभालेंगी। उन्होंने कहा, ''हमारा विषय होगा कि इस मोर्चे को जीतने में ग्रामीण महिलाओं की क्या भूमिका होनी चाहिए।'' महिला किसान नेता सुखविंदर कौर, समिता कौर मंगत और गुरप्रीत कौर ने इस अवसर पर कहा कि पंजाब और हरियाणा से हजारों महिला किसान प्रदर्शन स्थलों पर आकर जुटी हैं। उन्होंने विरोध स्थलों पर आने और किसानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में जारी प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए महिला किसानों को धन्यवाद दिया।
10 मार्च को रोकेंगे रेल: किसान नेता
कई महिला किसानों ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी नहीं देती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। कुछ महिलाओं ने किसानों की मांगों के समर्थन में नारे भी लगाए। उन्होंने कहा कि महिला किसानों ने देश के विकास में विशेष योगदान दिया है, चाहे वह हरित क्रांति हो या श्वेत क्रांति। महिला किसान नेताओं ने कहा कि वे 10 मार्च को 'रेल रोको' प्रदर्शन में भी हिस्सा लेंगी।