Punjab: नशीले दवाओं के दुरूपयोग से निपटने के लिए प्रशाशन ने बनायी योजना
नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए, Punjab के जालंधर के जिला प्रशासन ने एक संपूर्ण योजना विकसित की है जिसमें माता-पिता को निवारक उपायों के बारे में शिक्षित करना शामिल है।
Highlights:
- स्कूलों में सेमिनार, शिविर, रैलियां आयोजित करके छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जायेगा
- SP जालंधर ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ प्रेरक वीडियो की व्यवस्था करने के लिये कहा
- उपायुक्त ने एसएसपी को ओएटीटी क्लीनिकों पर गश्ती गार्ड तैनात करने के निर्देश दिये
- ड्रग मनी के रूप में पुलिस ने 54 लाख रुपये भी जब्त किये
शिक्षा विभाग के साथ मिलकर स्कूलों में सेमिनार, शिविर, रैलियां आयोजित करके छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिये संबंधित एसडीएम और डीएसपी के नेतृत्व में ब्लॉक स्तरीय टीमें गठित की जायेंगी। जिला उपायुक्त विशेष सारंगल, जो एसएसपी जालंधर ग्रामीण मुखविंदर सिंह के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, ने डीईओज़ को माता-पिता की बड़ भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये विशेष रूप से पीटीएम के दौरान नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ प्रेरक वीडियो की व्यवस्था करने के लिये कहा।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पुनर्वास केंद्रों के कामकाज पर कड़ निगरानी रखने का भी निर्देश दिया ताकि वे नशामुक्ति के उपचार दिशानिर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल फोन मरम्मत में मुफ्त में विभिन्न कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू किये हैं, जिन्हें डीबीईई की मदद से रोजगार के अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिलेगी। उपायुक्त ने एसएसपी को ओएटीटी क्लीनिकों पर गश्ती गार्ड तैनात करने के निर्देश दिये। बैठक में एसएसपी मुखविंदर सिंह ने बताया कि जिला पुलिस ने वर्ष 2023 में 388 मामले दर्ज किये हैं, जिनमें 48 किलोग्राम हेरोइन, 10 किलोग्राम अफीम, 28 हजार नशीली गोलियां, 3760 किलोग्राम चूरा पोस्त की बरामदगी शामिल है। इसके अलावा ड्रग मनी के रूप में पुलिस ने 54 लाख रुपये भी जब्त किये।
एसएसपी ने कहा कि नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थों की तस्करी से अर्जित धन से बनायी गयी संपत्तियों को जब्त करने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप छह मामलों में 64 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है जिसमें जालंधर के रेहरवां गांव में 40 करोड़ की संपत्ति भी शामिल है। यह भी निर्णय लिया गया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी खेल विभागों और विभिन्न अन्य संस्थानों के सहयोग से युवाओं को खेलों के लिये प्रोत्साहित करने के अलावा नशे की प्रतिकूलताओं के बारे में स्कूलों में व्याख्यान देंगे।