कांग्रेस से इस्तीफे के बाद राधिका खेड़ा का बड़ा कबूलनामा,'अयोध्या जाने से पार्टी में थी नाराज़गी'
Radhika Kheda Resignations from Congress: जब से लोकसभा चुनाव का ऐलान हुआ है तब से कांग्रेस पार्टी से छोटे-बड़े समेत हर स्तर पर नेताओं का पलायन का दौर जारी है। आज छत्तीसगढ़ से एक बड़ा झटका देते हुए कांग्रेस की नेत्री राधिका खेड़ा ने कांग्रेस पार्टी की सदस्य्ता त्याग दी। राधिका खेड़ा ने इस्तीफा के बाद अपना बड़ा कबूल नामा किया और कहा की उनका अयोध्या जाना पार्टी नेतृत्व नाराज चल रही थी। राधिका ने कहा की वे बड़े दुःख के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे रही हैं।
Highlights:
- राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस पार्टी
- कांग्रेस पर हिन्दू भावना को ठेस लगाने का आरोप
- राधिका ने कहा- मैंने पार्टी के लिए बड़े ही तनमन से काम किया
राधिका खेड़ा ने अपने इस्तीफा को लेकर कहा कि हर हिंदू के लिए प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है। रामलला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूँ व अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूँ।
हाँ मैं लड़की हूँ और लड़ सकती हूँ, और वही अब मैं कर रहीं हूँ।
अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूँगी। pic.twitter.com/6hjgSDcXV0
आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूँ व अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूँ।
— Radhika Khera (@Radhika_Khera) May 5, 2024
हाँ मैं लड़की हूँ और लड़ सकती हूँ, और वही अब मैं कर रहीं हूँ।
अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूँगी। pic.twitter.com/6hjgSDcXV0
'अयोध्या जाने से खुद को रोक नहीं पाई' - Radhika Kheda
राधिका खेड़ा ने पत्र में अपनी पूरी राजनीतिक यात्रा का ज़िक्र करते हुए कहा कि मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए। जहां NSUI से लेकर AICC के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया। आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है, क्योंकि मैं अयोध्या में रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।