राहुल गांधी को लगा काले रंग से डर... लोगों को जनसभा में बदलने पड़े कपड़े! जानें क्या है पूरा मामला
राजस्थान के आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले के बेनेश्वर धाम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभा की।
04:16 PM May 17, 2022 IST | Desk Team
राजस्थान के आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले के बेनेश्वर धाम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभा की। इस दौरान पार्टी नेताओं के तब पसीने छूट गए, जब उन्होंने जनसभा में कुछ लोगों को काले रंग के कपड़े पहनते हुए देखा। सोमवार को राहुल गांधी की जनसभा का आयोजन किया गया था।
जनसभा में लोगों को बदलने पड़े कपड़े
बता दें कि जनसभा में जो लोग काली टी-शर्ट, शर्ट और स्कार्फ पहनकर आए थे, उन्हें बदलने के लिए कहा गया। नेताओं को विरोध-प्रदर्शन का डर इस कदर था कि लोगों के रूमाल के रंग भी चेक किए गए। जो महिलाएं काले दुपट्टा या स्कार्फ पहनकर आई थी, उन्हें उतारने के लिए कहा गया।
राहुल गांधी ने की बनेश्वर धाम की यात्रा
कांग्रेस के उदयपुर में आयोजित तीन दिवसीय ‘नव संकल्प शिविर’ रविवार को समाप्त होने के एक दिन बाद राहुल गांधी सोमवार को बनेश्वर धाम गए। यहां राहुल गांधी ने 132 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास किया। इसके बाद राहुल एक के एक तीन मंदिर गए और पूजा-अर्चना की।
जानें क्यों काळा रंग को लेकर बरती जा रही है एहतियात
राहुल गांधी के दौरे के दौरान नेताओं से लेकर पुलिस-प्रशासन तक, सभी काले रंग को लेकर काफी सतर्क थे। इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के तहत भाजपा शासन के दौरान, उनकी एक सभा में काले झंडे दिखाए गए थे। जिसके बाद से लोगों को उनकी रैलियों में काले रंग के कपड़े पहनकर आने पर रोक लगाई गई। इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था।
जनसभा में लोगों को बदलने पड़े कपड़े
बता दें कि जनसभा में जो लोग काली टी-शर्ट, शर्ट और स्कार्फ पहनकर आए थे, उन्हें बदलने के लिए कहा गया। नेताओं को विरोध-प्रदर्शन का डर इस कदर था कि लोगों के रूमाल के रंग भी चेक किए गए। जो महिलाएं काले दुपट्टा या स्कार्फ पहनकर आई थी, उन्हें उतारने के लिए कहा गया।
राहुल गांधी ने की बनेश्वर धाम की यात्रा
कांग्रेस के उदयपुर में आयोजित तीन दिवसीय ‘नव संकल्प शिविर’ रविवार को समाप्त होने के एक दिन बाद राहुल गांधी सोमवार को बनेश्वर धाम गए। यहां राहुल गांधी ने 132 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास किया। इसके बाद राहुल एक के एक तीन मंदिर गए और पूजा-अर्चना की।
जानें क्यों काळा रंग को लेकर बरती जा रही है एहतियात
राहुल गांधी के दौरे के दौरान नेताओं से लेकर पुलिस-प्रशासन तक, सभी काले रंग को लेकर काफी सतर्क थे। इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के तहत भाजपा शासन के दौरान, उनकी एक सभा में काले झंडे दिखाए गए थे। जिसके बाद से लोगों को उनकी रैलियों में काले रंग के कपड़े पहनकर आने पर रोक लगाई गई। इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था।
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