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Rajasthan News : बूंदी में बचाव अभियान के लिए सेना की मदद ली गई

देश के कई राज्यों में बारिश और बाढ़ की वजह से लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए है। राजस्थान में हालत बहुत ही ज्यादा खराब है।

01:03 PM Aug 24, 2022 IST | Desk Team

देश के कई राज्यों में बारिश और बाढ़ की वजह से लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए है। राजस्थान में हालत बहुत ही ज्यादा खराब है।

देश के कई राज्यों में बारिश और बाढ़ की वजह से लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए है। राजस्थान में हालत बहुत ही ज्यादा खराब है। बाढ़ और बारिश से लोगों का जीवन अस्त- व्यस्त हो गया है। राजस्‍थान के बूंदी जिले में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। इस बीच, कोटा ज‍िले में कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं, जबकि झालावाड़ जिले में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।प्रशासन के लिए राहत की खबर यह है कि मौसम विभाग ने राज्‍य में भारी बारिश के दौर पर फिलहाल विराम लगने का उम्‍मीद जताई है।
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जलग्रहण क्षेत्र पानी के प्रवाह के कारण जलमग्न
बूंदी के ज‍िलाधिकारी रवींद्र गोस्वामी ने बताया कि लखेरी में निचले इलाकों में चार स्थानों पर करीब 300 लोग फंसे हुए हैं। जिले से होकर बहने वाली मेज नदी में बाढ़ आने से क्षेत्र जलमग्न हो गया है। मेज, चंबल नदी की एक सहायक नदी है और इसके जलग्रहण क्षेत्र पानी के प्रवाह के कारण जलमग्न हैं। उन्होंने कहा कि बचाव एवं राहत कार्य के लिए बुधवार को लखेरी में सेना के जवानों की मदद ली गई।वहीं, कोटा के जिलाधिकारी ओ. पी. बुनकर ने बताया कि जिले के 4-5 गांवों के कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं। पिछले दो दिनों में जिले के कई इलाकों में पानी भर गया है और करीब 2000 लोगों को प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कोटा बैराज से बुधवार को 4.71 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
 निचले इलाकों में अब पानी कम
राज्‍य के झालावाड़ में स्थिति नियंत्रण में है। झालावाड़ की जिलाधिकारी भारती दीक्षित ने कहा, ‘‘बुधवार को सुबह चार बजे तक पानी कम होने के बाद ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों को लौट गए।’’ उन्‍होंने कहा कि अब नुकसान का आकलन किया जा रहा है और हालात को बेहतर बनाने पर जोर है। उन्होंने कहा कि कालीसिंध बांध के चार गेट से सुबह करीब 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया और निचले इलाकों में अब पानी कम हो गया है।
बड़ी संख्‍या में लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पहुंचाया 
लगातार भारी बारिश, नद‍ियों में जलस्तर बढ़ने और बांधों के गेट खोले जाने के कारण राज्‍य के कोटा संभाग के कई इलाके दो दिन पानी में डूबे रहे। बड़ी संख्‍या में लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया है। राष्‍ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) एवं राज्‍य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के साथ सेना के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।प्रशासन और लोगों के लिए राहत की खबर यह भी है कि मौसम विभाग ने राज्‍य में जारी भारी बारिश के दौर पर अभी विराम लगने का अनुमान व्‍यक्‍त किया है।
बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे के दौरान सिरोही, उदयपुर, जालौर, बाड़मेर एवं जैसलमेर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश और कहीं-कहीं अतिभारी बारिश हुई है। पश्चिमी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश भीनमाल, जालौर में 143 म‍िलीमीटर और देलदर, सिरोही में 120 म‍िलीमीटर दर्ज की गई है।मौसम विभाग के अनुसार, कम दबाव का एक क्षेत्र जैसलमेर के आसपास पहुंच गया है। इसके प्रभाव से बुधवार को भी जैसलमेर, बाड़मेर और आसपास के जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश का दौर जारी रहेगा। राज्य के शेष भाग में आज से ही बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी।
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