टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलसरकारी योजनाहेल्थ & लाइफस्टाइलट्रैवलवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

राजनाथ ने अमेरिका के नये रक्षा मंत्री ऑस्टिन से क्षेत्रीय, वैश्विक मुद्दों पर बात की

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अमेरिका के नये रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों, विशेष रूप से हिन्द-प्रशांत घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।

01:10 AM Jan 28, 2021 IST | Shera Rajput

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अमेरिका के नये रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों, विशेष रूप से हिन्द-प्रशांत घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अमेरिका के नये रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों, विशेष रूप से हिन्द-प्रशांत घटनाक्रम को लेकर चर्चा की। 
Advertisement
पिछले सप्ताह जो बाइडन के अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद दोनों देशों की सरकारों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत है। 
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका के नवनियुक्त रक्षा मंत्री ऑस्टिन की ओर से राजनाथ सिंह को फोन कॉल आया। दोनों नेताओं ने बातचीत के दौरान ‘बहुमुखी’ रक्षा सहयोग और दोनों देशों के बीच रणनीतिक सझेदारी को मजबूत करने का अपना संकल्प दोहराया। 
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, दोनों रक्षा मंत्रियों की बातचीत में विस्तृत भू-राजनैतिक घटनाक्रमों और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में भारत तथा अमेरिका के हितों के संदर्भ में चीन को लेकर भी चर्चा हुई। 
सूत्रों ने बताया कि बातचीत का सारांश यह है कि दोनों पक्ष शांति, समृद्धि और विकास के अपने साझा एजेंडे की दिशा में रणनीति और रक्षा सहयोग को आगे की ओर बढ़ाना चाहते हैं। 
सिंह ने कहा कि वार्ता के दौरान भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को प्रगाढ़ करने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया गया। 
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘अपने अमेरिकी समकक्ष रक्षा मंत्री ऑस्टिन से बात की और उनकी नियुक्ति पर उन्हें अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दी।’’ 
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को प्रगाढ़ करने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया। हमने अपनी सामरिक भागीदारी को मजबूत बनाने के वास्ते पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ 
अभी यह पता नहीं चल सका है कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध पर वार्ता के दौरान चर्चा हुई या नहीं।
Advertisement
Next Article