Raksha Bandhan 2025 par kare ye 5 upay, जिससे भाई-बहन के रिश्तों में बढ़ेगा प्यार
Raksha Bandhan 2025 par kare ye 5 upay: भाई-बहन का सबसे बड़ा त्योहार रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025, शनिवार को है। इस मौके पर बहनें अपने भाइयों की रक्षा के लिए राखी बांधती हैं। साथ ही उनके लिए सच्चे मन से प्रार्थना भी करती हैं। हिंदू धर्म में यह त्योहार सिर्फ एक परंपरा ही नहीं, बल्कि भाई-बहन के पवित्र बंधन का प्रतीक भी है। इस साल रक्षाबंधन 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा।
आपको बता दें कि इस दिन भद्रा का साया नहीं है, जिसके चलते पूरे दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा। ऐसे में सभी बहनें चाहती होंगी कि उनके भाई स्वस्थ, दीर्घायु और सफल जीवन जिएं। तो आइए जानते हैं रक्षाबंधन पर कुछ धार्मिक उपाय, जिन्हें अपनाने से आपकी प्रार्थना पूरी होगी।
Raksha Bandhan 2025 par kare ye 5 upay: राखी बांधते समय इस मंत्र का करें उच्चारण
“येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः
तेन त्वां प्रतिबध्नामि रक्षे माचल माचल”
Note : राखी बांधते समय इस मंत्र का उच्चारण भाई की रक्षा के लिए बेहद प्रभावी होता है।
भाई की रक्षा के लिए भोलनाथ पर ये चीज जरूर चढ़ाएं
रक्षा बंधन वाले दिन अपने भाइयों की रक्षा के लिए आप शिव जी पर एक लोटा जल जरूर चढ़ाएं। भोलेनाथ से भाई की लंबी उम्र और जीवन में शांति की कामना करें। इससे आपके भाइयों के जीवन से परेशानी दूर होगी।
Raksha Bandhan 2025 par kare ye 5 upay: भाई के माथे पर चंदन और अक्षत का तिलक लगाएं
चंदन और अक्षत का तिलक लगाना शुभ माना जाता है। इसे ऊर्जा का प्रतीक भी कहा गया है। रक्षा बंधन पर भाई को तिलक लगाते समय इस मंत्र का उच्चारण करें।
“तिलक करूं मैं प्रेम से, रक्षा का संकल्प लेकर
सुखी रहे तू सदा जीवन में, यह वर मांगूं मैं ईश्वर से”
Raksha Bandhan 2025 par kare ye 5 upay: भाई को तुलसी के पत्ते मिला हुआ जल पिलाएं
तुलसी को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना गया है। रक्षा बंधन पर आप अपने भाई को तुलसी के पत्ते मिला हुआ जल पिलाएं। यह जल उनके लिए पॉजिटिव ऊर्जा का काम करेगा।
Rakhi ke din ka vrat aur pooja vidhi देखें
रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के स्नेह और विश्वास का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं और विधिपूर्वक पूजा करती हैं। सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें और भगवान विष्णु एवं गणेश जी की पूजा करें। फिर राखी की थाली सजाएं।
भाई को पूजा स्थल पर बैठाएं, उसके मस्तक पर रोली और अक्षत से तिलक करें, आरती उतारें और राखी बांधें। फिर मिठाई खिलाएं और नारियल उसके हाथ में दें। बहनें इस दिन उपवास रखती हैं और राखी बांधने के बाद भोजन करती हैं।
भाई अपनी बहन को उपहार देकर उसकी रक्षा का वचन देता है।
राखी का यह पर्व पारिवारिक प्रेम, कर्तव्य और एकता की भावना को मजबूत करता है। पूजा और व्रत के साथ मनाया गया यह त्योहार आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होता है।
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Rakhi pooja thali kaise sajaye, यह भी जानें
राखी की पूजा थाली को सजा कर इस पर्व को और भी पावन और सुंदर बनाया जा सकता है। सबसे पहले एक सुंदर थाली लें और उस पर साफ कपड़ा बिछाएं। थाली में राखी, रोली (कुमकुम), अक्षत (चावल), दीपक, मिठाई, पानी का छोटा लोटा और नारियल रखें।
थाली के बीच में दीपक रखें और उसके चारों ओर रोली और अक्षत को छोटे कटोरों में रखें। राखी को सुंदर तरीके से थाली में रखें ताकि वह सबसे आकर्षक लगे। मिठाइयों को एक किनारे पर सजाएं। चाहें तो थाली को फूलों, रंगोली या गोटा-पत्ती से भी सजा सकते हैं।
पूजा से पहले भगवान गणेश और विष्णु का ध्यान करें, फिर भाई को तिलक कर राखी बांधें। सजी हुई थाली से पूजा करना शुभता और श्रद्धा को दर्शाता है और भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है।
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