W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

RSS ने देश भर में अभियान चलाने की योजना बनाई, 924 जिलों में होंगे कार्यक्रम

06:39 PM Jul 07, 2025 IST | Aishwarya Raj
rss ने देश भर में अभियान चलाने की योजना बनाई  924 जिलों में होंगे कार्यक्रम
RSS ने देश भर में अभियान चलाने की योजना बनाई, 924 जिलों में होंगे कार्यक्रम
Advertisement

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) इस साल अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर रहा है। इस मौके पर संघ ने देशभर में बड़े स्तर पर अभियान चलाने की योजना बनाई है। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि 26 अगस्त से इस शताब्दी वर्ष की शुरुआत होगी, जिसमें सरसंघचालक मोहन भागवत देश के चार प्रमुख शहरों — दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता — में व्याख्यान देंगे।

RSS का लक्ष्य है कि देश के हर राज्य और ब्लॉक तक अपनी पहुंच बनाई जाए और शाखाओं की संख्या 1 लाख से ज्यादा की जाए। सुनील आंबेकर के अनुसार, पिछले 25 वर्षों में संघ का काम काफी बढ़ा है और अब इसकी पहुंच गांवों और शहरों के सभी हिस्सों तक बनाने की योजना है।

पच्चीस वर्षों में संघ का कार्य काफी विस्तारित हुआ

संघ 924 जिलों में प्रमुख लोगों की संगोष्ठियां (सेमिनार) आयोजित करेगा। अलग-अलग पेशों और विषयों से जुड़े संस्थानों में भी ऐसे आयोजन होंगे, जिनमें हिंदुत्व, राष्ट्र और समाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। RSS का कहना है कि वह समाज के हर हिस्से, विचारधारा और पेशे से जुड़े लोगों तक पहुंचना चाहता है। इस वर्ष का उद्देश्य सिर्फ समारोह मनाना नहीं है, बल्कि संघ के काम को अधिक समावेशी बनाना है। अप्रैल से जून तक संघ ने 100 प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए, जिनमें 40 वर्ष से कम उम्र के लिए 75 वर्ग और 40 से ऊपर के लिए 25 विशेष वर्ग रखे गए। इन वर्गों में कुल 21,879 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। हाल ही में हुई प्रचारकों की बैठक में देश की वर्तमान स्थिति, मणिपुर में हालात और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर भी बात हुई। आंबेकर ने कहा कि मणिपुर में धीरे-धीरे शांति लौट रही है और दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है, जिससे उम्मीद की किरण नजर आ रही है।

 शताब्दी वर्ष के दौरान नियोजित सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य व्यापक पहुंच बनाना

शताब्दी वर्ष के दौरान नियोजित सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य व्यापक पहुंच बनाना 

विचारों और हर प्रकार के व्यक्ति तक पहुंचना है

हाल ही में प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए आंबेकर ने बताया, "अप्रैल, मई और जून के पिछले तीन महीनों में विभिन्न स्तरों पर सौ वर्ग आयोजित किए गए। चालीस वर्ष से कम आयु के प्रतिभागियों के लिए लगभग पचहत्तर वर्ग आयोजित किए गए। संघ शिक्षा वर्ग में, जिसे पहले प्रथम वर्ष वर्ग कहा जाता था, अन्य वर्गों के साथ-साथ कुल सत्रह हजार छह सौ नौ (17,609) स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इस संख्या में नागपुर के विकास वर्ग में भाग लेने वाले कार्यकर्ता भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, देश भर में आयोजित संघ शिक्षा वर्गों में अन्य संस्थाओं से आठ हजार आठ सौ बारह (8,812) छात्रों ने भाग लिया। चालीस वर्ष से अधिक आयु के स्वयंसेवकों के लिए, जिनमें बाद में संघ में शामिल होने वाले या जिनकी कक्षाएं लंबित हैं, उन सभी को शामिल करते हुए, चालीस से साठ वर्ष की आयु के व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से पच्चीस वर्ग आयोजित किए गए।"

Advertisement
Advertisement
Author Image

Aishwarya Raj

View all posts

Advertisement
×