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BJP से नहीं मिला चुनाव में टिकट तो RSS कार्यकर्ता ने की आत्महत्या? सुसाइड नोट में कई नेताओं पर आरोप

03:52 PM Nov 16, 2025 IST | Shivangi Shandilya
bjp से नहीं मिला चुनाव में टिकट तो rss कार्यकर्ता ने की आत्महत्या  सुसाइड नोट में कई नेताओं पर आरोप
RSS Worker Suicide
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RSS Worker Suicide: आगामी तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनावों में पार्टी उम्मीदवार के रूप में नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद शनिवार को एक भाजपा कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान आनंद के. थम्पी के रूप में हुई है, जो तिरुवनंतपुरम निगम के त्रिक्कन्नापुरम वार्ड का निवासी था। बताया जा रहा है कि भाजपा ने पहले थम्पी को इस वार्ड के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन उनका नाम अंतिम सूची में नहीं था।

BJP RSS Member Suicide: आरएसएस कार्यकर्ता का अंतिम व्हाट्सएप मैसेज

RSS Worker Suicide
RSS Worker Suicide (credit-sm)

पार्टी नेताओं ने कहा कि उम्मीदवारों की सूची पहले ही तैयार कर ली गई थी और थम्पी का नाम आधिकारिक विचार-विमर्श में "कभी शामिल नहीं किया गया"। थम्पी ने तब एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का इरादा स्पष्ट कर दिया था। हालांकि, उनकी मौत ने स्थानीय भाजपा इकाई में बेचैनी पैदा कर दी है, क्योंकि आत्महत्या से कुछ मिनट पहले थम्पी द्वारा कथित तौर पर भेजा गया एक व्हाट्सएप संदेश अब सामने आया है।

Anand Thampi Suicide News: बीजेपी पर लगाए कई आरोप

RSS Worker Suicide (credit-sm)
RSS Worker Suicide (credit-sm)

अपने दोस्तों और मीडिया संस्थानों को संबोधित संदेश में, थम्पी ने भाजपा नेताओं पर सीधे तौर पर आरोप लगाया कि वे एक सक्रिय जमीनी कार्यकर्ता होने के बावजूद उन्हें उम्मीदवार नहीं बना रहे हैं। इसमें भाजपा और आरएसएस के कुछ नेताओं पर भी आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने यह भी मांग की है कि किसी भी भाजपा या आरएसएस नेता को उन्हें श्रद्धांजलि देने की अनुमति न दी जाए। संदेश भेजने के बाद, उन्होंने अपने घर पर फांसी लगा ली, लेकिन इसकी सूचना मिलते ही उनके दोस्त, परिवार और पुलिस उन्हें गंभीर हालत में राज्य की राजधानी के एक अस्पताल ले गए। हालांकि, 10 मिनट बाद ही खबर आई कि उन्होंने दम तोड़ दिया।

RSS Worker Suicide: भाजपा के लिए मुसीबत!

इस घटनाक्रम को भाजपा के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है, जो इस प्रतिष्ठित नगर निकाय को वामपंथियों से छीनने की अपनी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त थी। वर्तमान में, भाजपा 35 सदस्यों के साथ तिरुवनंतपुरम निगम में मुख्य विपक्षी दल है, जबकि सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाले वामपंथियों के पास 51 सीटें हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के पास केवल 10 सीटें हैं।

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Shivangi Shandilya

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शिवांगी शांडिल्य पत्रकारिता में पिछले 2 वर्षों से सक्रिय हैं। राजनीति, विदेश, क्राइम के अलावा आद्यात्मिक खबरें लिखना पसंद हैं। गलगोटिया विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई पूरी की है। IGNOU से मास्टर ऑफ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई जारी है। इस दौर में वेबसाइट पर लिखने का कार्य जारी है। पत्रकारिता की शुरुआत इंडिया न्यूज़ (इनखबर) से हुई, जहां बत्तौर हिन्दी सब-एडिटर के रूप में वेबसाइट पर काम किया। वर्तमान में पंजाब केसरी दिल्ली में हिन्दी सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जन्म लेने वाली शिवांगी की शिक्षा उनके गृह जिले में ही हुई है। शिवांगी को राजनीतिक घटनाक्रम पर आलेख लिखना बेहद पसंद है।

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