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जर्मनी में PAK पर बरसे एस जयशंकर, कहा-परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा भारत

आतंकवाद पर भारत की शून्य सहिष्णुता नीति: जयशंकर

09:33 AM May 23, 2025 IST | Himanshu Negi

आतंकवाद पर भारत की शून्य सहिष्णुता नीति: जयशंकर

जर्मनी में pak पर बरसे एस जयशंकर  कहा परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा भारत

जर्मनी में एस जयशंकर ने पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल के खिलाफ भारत की दृढ़ता को दोहराते हुए कहा कि भारत कभी नहीं झुकेगा। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता नीति पर जोर देते हुए जर्मन मंत्री के साथ मिलकर आतंकवादी हमले की निंदा की।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत, पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपने पड़ोसी के साथ द्विपक्षीय तरीकों से सख्ती से निपटना जारी रखेगा, साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई ‘भ्रम’ नहीं होना चाहिए। जर्मन विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, एस जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता नीति को दोहराते हुए कहा कि मैं पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया के तुरंत बाद बर्लिन आया था। भारत कभी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा, और भारत पाकिस्तान के साथ पूरी तरह से द्विपक्षीय तरीके से निपटेगा। हम जर्मनी की इस समझ को भी महत्व देते हैं कि हर देश को आतंकवाद के खिलाफ खुद का बचाव करने का अधिकार है।

इस बीच, जर्मन मंत्री वाडेफुल ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने का पूरा अधिकार है। हम 22 अप्रैल को भारत पर हुए क्रूर आतंकवादी हमले से हैरान हैं। नागरिकों पर हुए इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। हमारी गहरी संवेदना सभी पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति है। दोनों पक्षों पर सैन्य हमलों के बाद, भारत को निश्चित रूप से आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने का पूरा अधिकार है।

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जर्मन मंत्री वाडेफुल ने कहा कि अब दोनों देशों के बीच युद्धविराम लागू हो गया है जिसकी हम बहुत सराहना करते हैं। अब जो महत्वपूर्ण है वह यह है कि यह युद्धविराम स्थिर रहे और दोनों पक्षों के महत्वपूर्ण हितों को ध्यान में रखते हुए उस संघर्ष के लिए द्विपक्षीय समाधान खोजने के लिए बातचीत हो सके। बता दें कि जर्मनी और भारत वर्षों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर नियमित बातचीत को बढ़ावा दे रहे हैं, और हम इसे और तेज करने का इरादा रखते हैं।

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