संजय सिंह ने बिहार SIR को लेकर राज्यसभा में कामकाज निलंबन नोटिस पेश किया
Sanjay Singh: आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस दिया है, जिसमें बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के संवैधानिक और चुनावी निहितार्थों पर उच्च सदन में चर्चा की मांग की गई है।
नोटिस में लिखा है, "मैं इस सदन का ध्यान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार राज्य में वर्तमान में की जा रही विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया से संबंधित एक अत्यंत गंभीर और संवेदनशील मुद्दे की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ।"
असमानता को बढ़ावा देता है SIR- Sanjay Singh
उन्होंने कहा कि बिहार में एसआईआर कई स्तरों पर "चिंताजनक" प्रतीत होता है और "असमानता" को बढ़ावा देता है। राज्यसभा सांसद ने नोटिस में उल्लेख किया "मतदाता सूचियों का नियमित और पारदर्शी पुनरीक्षण एक लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला है। बिहार में अपनाई गई इस प्रक्रिया की प्रकृति कई स्तरों पर चिंताजनक प्रतीत होती है और असमानता को बढ़ावा देती है, खासकर जब हम इसे वर्ष 2025 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में देखते हैं।"
Sanjay Singh ने प्रक्रिया पर उठाए सवाल
उन्होंने आगे कहा, "इस प्रक्रिया में राज्य के लगभग 8 करोड़ मतदाता शामिल हैं, जिनसे कठोर दस्तावेज़ मांगे जा रहे हैं। यह प्रक्रिया लगभग असंभव साबित हो रही है, खासकर प्रवासी मज़दूरों, छात्रों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए, जिनके पास पहचान प्रमाण के रूप में केवल आधार कार्ड है।" लोकसभा और राज्यसभा में बुधवार को लगातार तीसरे दिन विपक्षी दलों द्वारा बिहार में मतदाता सूची की एसआईआर सहित अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग के कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
विपक्ष को लोकसभा अध्यक्ष की चेतावनी
लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने सदन में विपक्षी सदस्यों द्वारा तख्तियाँ दिखाने पर आपत्ति जताई। अध्यक्ष बिरला ने कहा, "देश आपके व्यवहार और आचरण को देख रहा है। मुझे बैनर लाने वाले सदस्यों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी। यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है, नारेबाजी के लिए नहीं। सदन की मर्यादा बनाए रखें।"
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