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बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की फिर बिगड़ी तबीयत, अपोलो अस्पताल में भर्ती

11:52 PM Jul 03, 2024 IST | Shivam Kumar Jha
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की फिर बिगड़ी तबीयत  अपोलो अस्पताल में भर्ती

भारत रत्न और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की बुधवार रात को फिर से तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें रात करीब 9 बजे के आस-पास अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉ विनीत सूरी की देख-रेख में उनका इलाज जारी है. फिलहाल हालत स्थिर बाताई जा रही है। बता दें कि दस दिनों के भीतर यह दूसरा मौका है जब उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। पिछले महीने ही 27 जून को एम्स से छुट्टी मिली थी।

एक हफ्ते मे 2 बार हुए एडमिट

उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इस कारण घर पर ही उनका समय-समय पर चेकअप किया जाता है। पिछले एक हफ्ते में ये दूसरी बार है कि भारत के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी की तबियत बिगड़ी है। इससे पहले यूरिन संबंधी दिक्कतों की वजह से 96 साल के लालकृष्ण आडवाणी को 26 जून को दिल्ली एम्स के यूरोलॉजी विभाग में रात साढ़े दस बजे एडमिट किया गया था, हालांकि 27 जून को उन्हें AIIMS से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

देश सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजे गए आडवाणी

लालकृष्ण आडवाणी को इसी साल 30 मार्च को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इससे पहले साल 2015 में आडवाणी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया था।

भारतीय राजनीती में भूमिका

50 साल से भी अधिक अपने सक्रिय राजनीतिक जीवन में आडवाणी साल 1998 में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में गृह मंत्री बने। इसके अलावा 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान आडवाणी सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे। वह कई बार सांसद रहे। पहली बार राज्यसभा के जरिए 1970 में सांसद बने। आडवाणी 7 बार लोकसभा सांसद बने तो 4 बार राज्यसभा के सांसद चुने गए।

तीन बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे आडवाणी

राम मंदिर आंदोलन के अगुवा नेताओं में शुमार किए जाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी ने भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर लाने में अथक प्रयास किया था। आडवाणी 1941 में चौदह साल की उम्र में आरएसएस में शामिल हुए  और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के जरिए अपने राजनीतिक करियर का आगाज किया था। वो उन नेताओं में शामिल रहे हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नींव रखी थी। आडवाणी 3 बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। वह पहली बार 1986 में पार्टी के अध्यक्ष बने। तब वह 1990 तक पद पर रहे। इसके बाद आडवाणी 1993 में पार्टी अध्यक्ष बने और 1998 तक पद पर बने रहे। तीसरी और आखिरी बार साल 2004 में वह अध्यक्ष चुने गए और 2005 तक पद पर रहे।

कौन हैं लालकृष्ण आडवाणी आडवाणी

आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची में हुआ और भारत के विभाजन के दौरान वे भारत चले आए और मुंबई में बस गए जहां उन्होंने अपनी कॉलेज की शिक्षा पूरी की। वह एक सिंधी हिंदू परिवार से ताल्लुक रखते हैं। फरवरी 1965 में आडवाणी ने कमला आडवाणी से शादी की और उनका एक बेटा जयंत और एक बेटी प्रतिभा है।

 

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