तोक्यो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अफीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष समेत व्यापार जगत से जुड़े कई दिग्गज जुटे
ट्यूनीशिया में अफ्रीका के विकास पर आयोजित हो रहे तोक्यो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को अफीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख और व्यापार जगत से जुड़े दिग्गज जुटे। यह सम्मेलन जापान ने अफ्रीका में विकास और सुरक्षा को प्रोत्साहन देने के लिये शुरू किया है।
10:56 PM Aug 27, 2022 IST | Shera Rajput
ट्यूनीशिया में अफ्रीका के विकास पर आयोजित हो रहे तोक्यो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को अफीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख और व्यापार जगत से जुड़े दिग्गज जुटे। यह सम्मेलन जापान ने अफ्रीका में विकास और सुरक्षा को प्रोत्साहन देने के लिये शुरू किया है।
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कोविड-19 महामारी के आर्थिक प्रभाव, यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण उत्पन्न खाद्य संकट और जलवायु परिवर्तन समेत अफ्रीकी देशों के समक्ष अन्य चुनौतियों पर इस दो दिवसीय सम्मेलन में चर्चा की जाएगी।
अफ्रीकी देशों के बीच तनाव का भी बैठक पर असर है। मोरक्को ने शुक्रवार को सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा की और पोलिसारियो फ्रंट आंदोलन के एक प्रतिनिधि को शामिल करने का विरोध करने के लिए ट्यूनीशिया से अपने राजदूत को वापस बुला लिया।
दरअसल सम्मेलन का आयोजन इसलिए किया गया है,क्योंकि रूस और चीन ने अफ्रीका में अपने आर्थिक और अन्य प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश की है।
अफ्रीका में विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए जापान द्वारा शुरू किया गया यह एक त्रैवार्षिक कार्यक्रम है।
सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 30 अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिस पहुंचे हैं। वहीं, कई अहम वार्ता ऑनलाइन तरीके से आयोजित की जाएगी। इसमें उस विषय पर चर्चा भी शामिल है, जिसमें जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को भाग लेना है।
दरअसल किशिदा शिखर सम्मेलन से पहले कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की एक शैक्षणिक संस्था अफ्रीका सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज ने सम्मेलन की तुलना दावोस, स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाले वार्षिक विश्व आर्थिक मंच से की, “जहां सरकार, कारोबारी और नागरिक संस्थाओं के नेता एक साथ भाग लेते हैं।”
इस बीच, ट्यूनीशिया में पत्रकार संघ ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर शिखर सम्मेलन की रिपोर्टिंग और सूचना पर प्रतिबंध की निंदा की।
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