W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

केरल: कांग्रेस ने CM विजयन पर लगाया 'तस्करी' करने और 'षड़यंत्र' रचने का आरोप, जानें क्या है पूरा मामला

कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर अनुपमा चंद्रन के बच्चे को उनकी अनुमति के बगैर गोद लेने के नाम पर पड़ोसी आंध्र प्रदेश में ‘तस्करी’ किये जाने का ‘षड़यंत्र’ रचने का आरोप लगाया।

04:36 PM Nov 24, 2021 IST | Desk Team

कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर अनुपमा चंद्रन के बच्चे को उनकी अनुमति के बगैर गोद लेने के नाम पर पड़ोसी आंध्र प्रदेश में ‘तस्करी’ किये जाने का ‘षड़यंत्र’ रचने का आरोप लगाया।

केरल  कांग्रेस ने cm विजयन पर लगाया  तस्करी  करने और  षड़यंत्र  रचने का आरोप  जानें क्या है पूरा मामला
Advertisement
केरल में विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर एसएफआई की पूर्व नेता अनुपमा चंद्रन के बच्चे को उनकी अनुमति के बगैर गोद लेने के नाम पर पड़ोसी आंध्र प्रदेश में ”तस्करी” किये जाने का ”षड़यंत्र” रचने का आरोप लगाया। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने इस मुद्दे पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाली सरकार और पार्टी नेतृत्व पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आजकल विवादास्पद मुद्दों विशेषकर उन मामलों पर टिप्पणी करने से बचने के लिए चुप्पी को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें वह खुद संलिप्त हैं।
Advertisement
गुरुवार को डीएनए परीक्षण रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि अनुपमा चंद्रन और उनके पति अजित बच्चे के बायोलॉजिकल (असली) माता-पिता हैं। उस बच्चे को गोद लेने से दक्षिणी राज्य में विवाद खड़ा हो गया है, जिसके बीच सतीसन का यह बयान आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नवजात की मां उसे तलाश रही है, यह जानते हुए भी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली केरल राज्य बाल कल्याण और बाल कल्याम समिति ने बच्चे को गोद लेने दिया और उसे दूसरे राज्य भेज दिया।
Advertisement
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ”बच्चे को आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित करना मुख्यमंत्री, उनके कैबिनेट सहयोगियों, माकपा सचिव और अन्य नेताओं की जानकारी में रची गई साजिश थी। इसे जानबूझकर की गई मानव तस्करी का मामला कहना ज्यादा सही होगा।” अनुपमा ने आरोप लगाया था कि उसके पिता जो एक स्थानीय माकपा नेता हैं, वह उसके बच्चे को जबरन अपने साथ ले गये थे, जिसके बाद राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था और सरकार ने घटना की विभागीय जांच के आदेश दिये।
Advertisement
अनुपमा ने अपने माता-पिता पर एक साल पहले उसके बच्चे को जन्म लेते ही जबरन ले जाने का आरोप लगाया था। एक कुटुंब अदालत ने पिछले महीने बच्चे के गोद लेने की प्रक्रिया पर रोक लगाई थी और पुलिस को मामले में सीलबंद लिफाफे में विस्तृत रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया। मंगलवार को आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि बृहस्पतिवार को राजीव गांधी जैवप्रौद्योगिकी केंद्र (आरजीसीबी) में बच्चे और दंपति की कराई गयी डीएनए जांच का परिणाम ‘पॉजिटिव’ आया है।
जांच परिणाम के बारे में सूचित किये जाने के बाद दंपति बच्चे को देखने तिरुवनंतपुरम में निर्मला शिशु भवन पहुंचे।अनुपमा ने बच्चे को पिछली बार तब देखा था, जब वह केवल तीन दिन का था। अनुपमा ने उम्मीद जताई कि अब इस मामले में कुटुंब अदालत में 30 नवंबर से पहले सुनवाई होगी। अनुपमा ने कहा कि अदालत द्वारा सुनवाई के बाद उसे जल्द उसका बेटा मिल जाएगा।
Author Image

Advertisement
Advertisement
×