For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ शिया धर्मगुरु ने जारी किया फतवा, कहा- अल्लाह के दुश्मन...

08:50 AM Jun 30, 2025 IST | Neha Singh
ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ शिया धर्मगुरु ने जारी किया फतवा  कहा  अल्लाह के दुश्मन
Iran-Israel-US

Iran-Israel-US:  ईरान-इजरायल की जंग भले ही खत्म हो गई हो लेकिन ईरान के धर्मगुरू अब भी शांत नहीं बैठे हैं। ईरान के शिया धर्मगुरु ने डोनाल्ड ट्रंप और बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ 'फतवा' जारी किया है। ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्ला नासर मकरम शिराजी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी किया है। उन्होंने दोनों को अल्लाह का दुश्मन बताया गया है। ईरान के खिलाफ युद्ध की घोषणा करने पर ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ यह फतवा जारी किया गया है।

सभी मुसलमानों से की अपील

ग्रैंड अयातुल्ला नासर मकरम शिराजी के फरमान में दुनिया भर के मुसलमानों को एकजुट होने को कहा गया है। उनसे ईरान के खिलाफ कार्रवाई कर रहे अमेरिका और इजरायल को सबक सिखाने को कहा गया है। ईरान की मेहर न्यूज़ एजेंसी के अनुसार मकरम ने फ़ैसले में कहा, "अगर कोई व्यक्ति मरजा को धमकी देता है तो उसे सरदार या मोहरेब माना जाता है. मोहरेब वह व्यक्ति होता है जो ईश्वर के विरुद्ध युद्ध छेड़ता है. ईरानी कानून के अनुसार ऐसे व्यक्ति को मौत की सज़ा दी जाती है। उसे सूली पर चढ़ा दिया जाता है।

'दुश्मनों का समर्थन करने वाले हराम'

फ़तवे में यह भी कहा गया है कि "अगर कोई मुस्लिम या इस्लामिक राज्य उन दुश्मनों का समर्थन करता है तो उसे हराम माना जाएगा। दुनिया भर के सभी मुसलमानों के लिए ज़रूरी है कि वे इन दुश्मनों को उनके शब्दों पर पछतावा करवाएं। इसमें यह भी कहा गया है कि अगर कोई भी "मुसलमान जो अपने मुस्लिम कर्तव्य का पालन करता है और किसी भी तरह की कठिनाई या नुकसान उठाता है, तो उसे ईश्वर की राह में योद्धा के रूप में जाना जाएगा।

12 दिन तक चली जंग

आपको बता दें कि इज़राइल- ईरान की जंग 12 दिन तक चली थी, जिसके बाद अमेरिका ने दोनों देशों के बीच युद्ध विराम करवा दिया। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। जवाब में ईरान ने भी इज़राइल को काफ़ी नुकसान पहुंचाया था। ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध में अमेरिका भी शामिल हो गया था। उसने भी ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। ईरान ने भी अमेरिका को जवाब दिया था। हालाँकि, इसके बाद युद्ध विराम पर सहमति बन गई है।

Also Read- कैसे पता चलता है कौन सा देश बना रहा परमाणु बम? किसका रहता है अहम रोल?

Advertisement
Advertisement
Author Image

Neha Singh

View all posts

Advertisement
×