फरीदाबाद में SHO और पुलिसकर्मियों पर बंधक बनाकर पिटाई का आरोप
फरीदाबाद: पुलिस ने थाने में व्यक्ति को बंधक बनाकर लाठी डंडों से पीटा
फरीदाबाद के थाना छायसा के SHO व थाने के लगभग आधा दर्जन पुलिसकर्मियों पर एक व्यक्ति और उसके दो बेटों को थाने में लगभग 7 घंटे तक बंधक बनाकर लाठी डंडों से पीटने और बेटों के सामने पिता के हाथ पांव तोड़ने के गंभीर आरोप लगे है। इस घटना में घायल व्यक्ति रामबाबू जिसे पुलिस पर एक गंभीर आरोप लगाए हैं पुलिस ने उसे फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है। मामला फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल के आपातकालीन वार्ड का है जहां घायल व्यक्ति को इलाज के लिए लेकर पुलिस पहुंची थी ।
इस मामले में जानकारी देते हुए पीड़ित रामबाबू ने बादशाह खान सिविल अस्पताल के इमरजेंसी में स्ट्रेचर पर लेटे-लेटे ये बताया कि वह गांव जवा के रहने वाले है उनके पंचायती जमीन में बने मकान पर कब्जे को लेकर उसके भाई शारदानंद और राजीव से झगड़ा चल रहा है।
29 जनवरी को भी उसके भाइयों ने उस पर और उसके बेटों पर हमला किया था जिसमें उन्हें चोटें आई थी जिसकी बाकायदा उन्होंने मेडिकल लीगल रिपोर्ट भी बनवाई थी और इसकी शिकायत SHO सुरेश चंद को दी थी, लेकिन सुरेश चंद्र ने उनकी दी गई शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि उल्टे उनके भाइयों के साथ मिलकर उनके ही मकान पर उनसे कब्जा दिलाना चाह रहा था।
जब इसका उन्होंने विरोध किया तब पुलिसकर्मियों ने उनके साथ जमकर मारपीट की और गांव से घसीटते हुए थाने में ले आए जहां पर सुबह 11:00 बजे से लेकर शाम के लगभग 6:00 बजे तक थाने में ही बंधक बना कर रखा। केवल SHO सुरेश चंद्र ही नहीं बल्कि अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे बुरी तरह पीटा और भद्दी भद्दी गालियां दी SHO सुरेश चंद्र ने उनके बेटों के सामने ही लाठी से मारकर उसका पांव और हाथ तोड़ दिया। पीड़ित राम बाबू ने बताया कि थाने में बेरहमी से पीटने के बाद उसने चोरी चोरी अपने ही मोबाइल से घायल अवस्था में वीडियो बनाई और उसे वायरल कर दिया है उसे डर है कि पुलिस अब उसका मोबाइल फोन छीन लेगी और उसे और उसके बेटों को और टॉर्चर करेगी।