Ranji Trophy 2022: रणजी से आई दिलों को झकझोर देने वाली खबर, बेटी और पिता की मृत्यु के बाद भी मैदान में जमाया शतक
बड़ौदा के लिए खेलने वाले विष्णु सोलंकी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस खिलाड़ी की नवजात बच्ची के बाद अब पिता का भी निधन हो गया है।
इस वक़्त भारतीय घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी चल रहा है और यहीं से एक भावुक कर देने वाली खबर आयी है। बड़ौदा के लिए खेलने वाले विष्णु सोलंकी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस खिलाड़ी की नवजात बच्ची के बाद अब पिता का भी निधन हो गया है। वो भुवनेश्वर में चंडीगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का मैच खेल रहे थे। और इस बारे में जब उन्हें पता चला तो उन्होंने अपने घरवालों से कहा कि वह मैच के बाद ही पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हो पाएंगे।
बड़ौदा टीम के मैनेजर ने विष्णु को उनके पिता के निधन की खबर दी। एक बड़े हिंदी न्यूज़ पेपर की खबर के मुताबिक, विष्णु ने वीडियो कॉल पर ड्रेसिंग रूम के एक कोने में बैठकर पिता का अंतिम संस्कार देखा। राज्य संघ के सचिव अजीत लेले ने बताया कि सोलंकी को घर जाने के लिए कहा गया था, लेकिन टीम मैनेजर ने बताया कि विष्णु टीम के साथ रुकना चाहते हैं।
आपको बता दें कि विष्णु सोलंकी के पिता करीब दो महीने से बीमार थे और मेडिकल इमरजेंसी से जूझ रहे थे। विष्णु अगर जाने का फैसला कर भी लेते, तो समय से घर नहीं पहुंच पाते। वहीं पिता के निधन से पहले विष्णु सोलंकी ने अपनी नवजात बेटी को भी खो दिया था। सोलंकी की बेटी अपने जन्म के तुरंत बाद खराब सेहत के कारण इस दुनिया को छोड़ कर चली गई। बेटी के निधन ने विष्णु को झकझोर दिया था, लेकिन वे अपनी बेटी का अंतिम संस्कार कर मैदान पर उतरे और अपनी टीम के लिए शतक लगाया था। बड़ौदा और चंडीगढ़ के बीच खेले गए रणजी मैच में विष्णु सोलंकी ने 12 चौकों की मदद से 104 रन बनाए। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें रियल हीरो बताया है। उनकी इस दिलेरी वाली पारी को देखकर हर कोई उन्हें सलाम कर रहा है।