घूमने के लिए छोड़ दी नौकरी और आलीशान घर, अब कार में सवार होकर पूरा परिवार घूम रहा दुनिया
05:06 PM Sep 10, 2023 IST
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कहा जाता है कि एक इंसान घूमकर जो ज्ञान ले सकता है वो किताबों से भी नहीं ले सकता है। इसलिए इंसान जितना हो अपने काम से फुर्सत लेकर घूमने की कोशिश करता है। कभी-कभी कुछ लोग ट्रैवल करने के लिए अपनी नौकरी ही छोड़ देते है। लेकिन यहां हम एक ऐसे परिवार की कहानी बताने वाले है जिसने अपनी नौकरी तो छोड़ी ही साथ ही अपना आलीशान घर भी बेच दिया ।
खुशियों के लिए कमाते है पैसा
एरिजोना के रहने वाले इस कपल में दुनिया घूमने की जूनुनियत इस तरह थी कि इन्होंने अपनी नौकरी, आलीशान घरऔर घर सब छोड़ दिया। स्टीव कहते है कि वे हफ्ते में 40 घंटे काम नहीं करना चाहते है। बता दें, ईआर नर्स की नौकरी करते हुए स्टीव युद्धग्रस्त क्षेत्रों में भी तैनात रहे है। स्टीव कहते है, मैं वापस उस जाल में नहीं फंसना चाहता हूं। हम पैसा खुशियों के लिए कमाते हैं। अगर सिर्फ कुछ पल खुशी के लिए पूरा जीवन मेहनत करना है, तो यह हमें मंजूर नहीं। होना यह चाहिए कि ज्यादातर समय खुशी में बिताएं और काम सिर्फ कुछ पल के लिए हो।
अपने निर्णय का नहीं है पछतावा
वहीं स्टीव की वाइफ वेंडी एक अमेरिकी एयरलाइन में सिक्योरिटी मैनेजर के तौर पर काम कर चुकी है। वे कहती है कि नौकरी का तनाव और दबाव असहनीय हो गया था। हर दिन काम से देर से घर आने के कारण मैं परिवार के साथ टाइम स्पेंड नहीं कर पा रही थी। अब मैं उस तनाव से फ्री हूं। वहीं स्टीव कहते है कि हम दोनों ( स्टीव-वेंडी) ने ये जीवन अपना लिया है और अब इसमें कोई कटौती नहीं होगी। हम हर दिन ऐसे रहेंगे जैसे हम छुट्टियों पर हों। हम इस देश और अन्य देशों में घूमने जा रहे हैं. हम हर दिन, सप्ताह, महीने और वर्ष को वास्तव में महत्वपूर्ण बनाने जा रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो हमने जो कुछ भी देखा, किया या अनुभव किया, उस पर हमें पछतावा नहीं होगा।
घूमने के लिए बेचा आलीशान घर
पिछले साल मैकग्राथ्स ने अपना 200 वर्ग फुट वाला पांच बेडरूम का घर 400,000 डॉलर में बेच दिया था। वहीं उन्होंने अपनी कारों को भी बेच दिया और एक आरामदायक आरवी खरीद ली। जिसे उन्होंने एक ट्रक से चलाया जाता है। अब वे गैस, भोजन और बुनियादी जरूरतों के लिए उस समय की तुलना में बहुत कम खर्च कर रहे हैं। बता दें वह सिर्फ 1,200 डॉलर प्रति महीने खर्च कर काफी आरामदायक जीवन जी रहे हैं। पहले उन्हें हजारों डॉलर खर्च करना पड़ता था। दोनों ने कहा-अभी तो हमारे पास पैसे हैं, लेकिन अगर कम हो गए तो कहीं छोटी-मोटी नौकरी कर लेंगे लेकिन वह भी कुछ घंटों वाली। पूरा जीवन नौकरी को देना अब हमारे बस की बात नहीं।
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