October में कब लगेगा सूर्य और चंद्र ग्रहण, जानें किन राशियों पर होगा इसका प्रभाव...
अक्टूबर के महीने में साल का दूसरा ग्रहण लगने जा रहा है, साथ ही ये ग्रहण पहली बार खास होने वाला है। क्योंकि दोनों ही ग्रहण एक ही महीने में लगेंगे। हालांकि इस ग्रहण को भारत के लोग देख पाएंगे या नहीं, चलिए जानते हैं।
आपको बता दें कि अगले महीने यानी अक्टूबर महीने में साल का दूसरा सूर्य ग्रहण और दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। लेकिन क्या इस ग्रहण को भारत देखा पाएगा या नहीं चलिए जानते हैं। वैदिक ज्योतिष में ग्रहण का बहुत महत्व होता है। ये मनुष्य के जीवन को अच्छे और बूरे दोनों तरीको से प्रभावित करता हैं। सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन लगता है और चद्रं ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है। हालांकि इस बार ये दोनों ही ग्रहण एक ही महीने में दिखाई देगा। बता दें 14 अक्टूबर के दिन सूर्य ग्रहण लगने वाला है, और वहीं चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर की रात को दिखाई देगा।
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अ्क्टूबर की रात 8:34 से शुरू होकर आधी रात 02:25 पर खत्म होगा। इस बार यह ग्रहण अमेरिका सहित उसके आस-पास के हिस्सों में देखा जा सकता है। इसके साथ ही नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरेिका, अटलांटिक पेसिफक, अफ्रीका का पश्चिम हिस्सा और आर्कटिक के हिस्सों में सूर्य ग्रहण नजर आएगा। वहीं भारत में ये ग्रहण नहीं लगेगा।
बात करें चंद्र ग्रहण की तो इसे भारत से देखा जा सकता है, ये ग्रहण साउथ अमेरिका के ज्यादातर हिस्से, हिंद महासागर, अटलांटिक, यूरोप, एशिया ऑस्ट्रेलिया, नॉर्थ अमेरिका, आर्कटिक और अंटार्कटिका से चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है। यह ग्रहण 29 अ्क्टूबर के दिन 1:06 से दिखना शुरू होग और 2:22 पर समाप्त हो जाएगा।
मिथुन राशि - सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण मिथुन राशि के लोगों के लिए शुभ रहेगा। ग्रहण के प्रभाव से लोगों में आत्मविश्वास बढ़ेगा। परिक्षा में सफलता मिलेगी। करियर में नई ऊंचाई मिलेगी। कड़ी मेहनत से लक्ष्य की प्राप्ति होगी। सिंह राशि - इस राशि के लोगों के लिए ग्रहण अच्छा साबित हो सकता है, रूके हुए काम बन सकते हैं। बड़ा सोदा मिल सकता है। आर्थिक लाभ मिलेगा। कर्ज से मुक्ति मिलेगी। प्रेम सबंध अच्छे होंगे। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। धन में उन्नति आएगी। तुला राशि - व्यक्तिगत और व्यावासिक जीवन में सफलता मिलेगी। धन में उन्नति होगी। अपनेे भावनाओं को काबू करें वरना आपकी कड़ी मेहनत बेकार हो सकती है। परिवार का सहयोग मिलेगा।