For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

'कुछ देश आतंक को पालते हैं', SCO में पाकिस्तान पर बरसे राजनाथ सिंह

10:29 AM Jun 26, 2025 IST | Priya Pathania
 कुछ देश आतंक को पालते हैं   sco में पाकिस्तान पर बरसे राजनाथ सिंह

क़िंगदाओ : भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की रक्षा मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान पर करारा हमला बोलते हुए उस पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने सदस्य देशों से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ खुले तौर पर आवाज़ उठाएं और "दोहरे मापदंड" अपनाने वाले देशों की खुलेआम आलोचना करें।" राजनाथ सिंह ने कहा, “कुछ देश आतंकवाद को अपनी विदेश नीति का हिस्सा बना चुके हैं और आतंकियों को पालते हैं। SCO जैसे मंच को ऐसे देशों के खिलाफ संकोच न करते हुए आलोचना करनी चाहिए।”

ऑपरेशन 'सिंदूर' का जिक्र, पाकिस्तान को चेतावनी
रक्षामंत्री ने हाल ही में शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी उल्लेख किया, जो पाहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को शुरू किया गया था। उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन सीमा पार आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने और भविष्य के हमलों को रोकने के लिए किया गया एक पूर्व-नियोजित कार्रवाई थी। उन्होंने साफ कहा, "भारत अब यह दिखा चुका है कि आतंक के अड्डे अब सुरक्षित नहीं हैं, और जरूरत पड़ने पर हम उन्हें सीधे निशाना बनाने से पीछे नहीं हटेंगे।”

भारत की आतंकवाद के खिलाफ ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा, “हमने यह दिखा दिया है कि भारत आतंक के केंद्रों को अब बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वे कहीं भी हों।” उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं के बीच कट्टरपंथ (radicalization) को फैलने से रोकने के लिए SCO को सक्रिय पहल करनी चाहिए। उन्होंने SCO के RATS (Regional Anti-Terrorist Structure) मैकेनिज़्म की तारीफ करते हुए कहा कि इसने क्षेत्र में आतंकवाद और कट्टरता रोकने में अहम भूमिका निभाई है। भारत की अध्यक्षता के दौरान SCO देशों द्वारा अपनाया गया संयुक्त बयान "आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद की ओर ले जाने वाले कट्टरपंथ का मुकाबला" सदस्य देशों की सांझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

2020 के बाद चीन की पहली यात्रा पर राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह इन दिनों चीन के क़िंगदाओ शहर में SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग ले रहे हैं, जो 27 जून तक चलेगी। यह उनकी गालवान संघर्ष (2020) के बाद चीन की पहली आधिकारिक यात्रा है। बैठक शुरू होने से पहले, सभी सदस्य देशों के रक्षा मंत्री – जिनमें चीन, पाकिस्तान, ईरान, रूस, कज़ाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं – ने एक सामूहिक फोटो सेशन में हिस्सा लिया।

चीन के साथ हो सकती है द्विपक्षीय बैठक
इस बैठक के दौरान राजनाथ सिंह की चीनी रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून के साथ एक द्विपक्षीय बैठक होने की भी संभावना जताई जा रही है। इसमें भारत-चीन सैन्य हॉटलाइन को फिर से शुरू करने पर चर्चा हो सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति में संवाद बनाए रखना आसान होगा।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
×