खेल मंत्रालय जिला स्तर पर एक हजार खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना करेगा
पिछले चैंपियन की पहचान करने के लिए एक शॉर्टलिस्टिंग मैकेनिज्म तैयार किया गया है जो या तो अपनी अकादमी स्थापित करने या फिर केआईसी में कोच के रूप में काम करने के योग्य होंगे।
08:06 PM Jun 19, 2020 IST | Desk Team
पूर्व चैंपियनों की देखरेख में जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने और खेल पारिस्थितिकी तंत्र में उनके लिए आय का एक निरंतर स्रोत सुनिश्चित करने के लिए खेल मंत्रालय ने देश भर में जिला स्तर पर 1000 खेलो इंडिया सेंटर (केआईसी) स्थापित करने का फैसला किया है। ये सेंटर पूर्व चैंपियनों द्वारा संचालित किए जाएंगे या फिर यह पूर्व चैंपियन इनमें कोच होंगे।
पिछले चैंपियन की पहचान करने के लिए एक शॉर्टलिस्टिंग मैकेनिज्म तैयार किया गया है जो या तो अपनी अकादमी स्थापित करने या फिर केआईसी में कोच के रूप में काम करने के योग्य होंगे। सबसे पहले उन एथलीट के नामों पर विचार किया जाएगा जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। दूसरी ऐसे एथलीट होंगे जिन्होंने एनएसफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप या खेलो इंडिया गेम्स में पदक जीता होगा।
तीसरे वर्ग में ऐसे एथलीटों की पहचान की जाएगी, जिन्होंने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पदक जीता हो और चौथे ऐसे एथलीट जिन्होंने राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया हो। जम्मू-कश्मीर, अंडमान निकोबार और लद्दाख के मामले में ढील दी गई है। इन जगहों के एनआईएस प्रमाणपत्र प्राप्त कोच भी आवेदन कर सकेंगे। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, यह निर्णय उस दिशा में एक कदम है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जिन्होंने भी राष्ट्रीय स्तर पर खेला है, वे गरिमा की जिंदगी जिएं और और उनके जीवन में वित्तीय स्थिरता हो।
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