उत्तम स्वास्थ्य, बुद्धि और सम्मान प्राप्ति के लिए रविवार को सूर्य देव के इन 12 महाशक्तिशाली मंत्रों का करें जाप
11:34 AM Nov 09, 2025 IST | Khushi Srivastava
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Surya Bhagwan Mantra: सनातन धर्म में रविवार का दिन विशेष रूप से सूर्य देव की उपासना के लिए शुभ माना गया है। इस दिन श्रद्धालु भक्त भक्ति भाव से सूर्य देव की पूजा करते हैं और उन्हें अर्घ्य अर्पित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यदि रविवार को विधि-विधान से सूर्य देव की आराधना की जाए, तो जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही, इस दिन सूर्य देव के पवित्र मंत्रों का जप (Surya Bhagwan Mantra) करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, सभी बाधाएं समाप्त होती हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यहा पर सूर्य देव के 12 महाशक्तिशाली मंत्रों के बारे में बताया गया है।
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Surya Bhagwan Mantra: सूर्य देव के 12 शक्तिशाली मंत्र

1. ॐ हृां मित्राय नम:
यदि आप उत्तम स्वास्थ्य पाना चाहते हैं और कार्य क्षमता बढ़ाना चाहते हैं, तो सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते समय इस मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
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2. ॐ हृीं रवये नम:
जो लोग क्षय रोग या रक्त संचार की समस्या से पीड़ित हैं, उन्हें सूर्य देव के समक्ष इस मंत्र का जप करना चाहिए। यह मंत्र कफ और अन्य शारीरिक रोगों को दूर करने में सहायक होता है।
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3. ॐ हूं सूर्याय नम:
मानसिक शांति और एकाग्रता प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करें। इससे बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
4. ॐ ह्रां भानवे नम:
मूत्राशय संबंधी रोगों या समस्याओं के निवारण के लिए यह मंत्र लाभकारी है। नियमित जप से राहत मिलती है।
5. ॐ हृों खगाय नम:
मलाशय से जुड़ी परेशानियों में यह मंत्र कारगर है। इसके जाप से बुद्धि का विकास होता है और शरीर में बल की वृद्धि होती है।
6. ॐ हृ: पूषणे नम:
यदि आप अपना बल, साहस और धैर्य बढ़ाना चाहते हैं, तो इस मंत्र का जाप करें। इससे मन धार्मिक और सकारात्मक कार्यों में लगने लगता है।
7. ॐ ह्रां हिरण्यगर्भाय नमः
इस मंत्र के जाप से छात्रों की शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक शक्तियां विकसित होती हैं।
8. ॐ मरीचये नमः
इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को स्वस्थ और रोगमुक्त शरीर प्राप्त होता है।
9. ॐ आदित्याय नमः
यह मंत्र बुद्धि को तीव्र बनाता है और आर्थिक समस्याओं के समाधान में सहायक होता है।
10. ॐ सवित्रे नमः
इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का मान-सम्मान बढ़ता है और सूर्य देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही कल्पनाशक्ति भी प्रबल होती है।
11. ॐ अर्काय नमः
जो व्यक्ति वेदों के गूढ़ रहस्यों को जानना चाहता है, उसके लिए यह मंत्र अत्यंत उपयोगी है। इसके जाप से मन स्थिर होता है और जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं।
12. ॐ भास्कराय नमः
इस मंत्र के जप से शरीर और मन दोनों शुद्ध व प्रसन्न रहते हैं। आंतरिक और बाहरी स्वच्छता बनी रहती है।

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