Indian Navy में शामिल हुआ ''INS Imphal'' जानिये कैसे लेगा दुश्मनो से चुन-चुन कर बदला
Mumbai : आईएनएस इंफाल (INS Imphal) को मंगलवार को मुंबई में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। नौसेना के मुताबिक, भारत में अब तक बने युद्धक जहाजों में आईएनएस इंफाल सबसे बेहत है और युद्धक जहाज बनाने की भारत की क्षमताओं का परिचायक है।
'INS Imphal' ऐसे लेगा दुश्मनो से बदला
- 90 डिग्री पर घूमकर दुश्मन से बदला लेने मे सक्षम है।
- दुश्मन के हथियारों का पता लगाने के लिए इसमें स्टेट ऑफ द आर्ट सेंसर लगाया गया है।
- आईएनएन इंफाल (INS Imphal) परमाणु हमले, जैविक हमले और रसायनिक हमले की स्थिति में भी लड़ने के लिए सक्षम है।
- आईएनएन इंफाल (INS Imphal) में पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर और 76 मिमी सुपर रैपिड गन को भी युद्धपोत में इंस्टॉल किया गया है।
- आईएनएस इंफाल (INS Imphal) हवा में मार करने वाली मिसाइलों, जहाज-रोधी मिसाइलों और टॉरपीडो सहित अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से सुसज्जित है।
- आईएनएस इंफाल (INS Imphal) की लंबाई 535 फीट और वजन 7,400 टन है।आईएनएस इंफाल (INS Imphal) को 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री के साथ तैयार किया गया है।
INS Imphal को बनाने से लेकर इसके नाम का है खास मतलब
बता दे कि ‘आईएनएस इंफाल’ (INS Imphal) नौसेना द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए 'विशाखापत्तनम' श्रेणी के चार विध्वंसक युद्धपोतों में से तीसरा युद्धपोत है। इसे नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है और यह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मझगांव डॉक लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित है। पश्चिमी नौसैन्य कमान के ‘फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ’ वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि ‘आईएनएस इंफाल’ (INS Imphal) पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है। बंदरगाह और समुद्र में व्यापक परीक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद ‘आईएनएस इंफाल’ को 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था।
वही इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार युद्धपोत को औपचारिक रूप से नौसेना में शामिल करने के कार्यक्रम में उपस्थित थे।
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