Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

'पीएम जनमन योजना का श्रेय राष्ट्रपति मुर्मू को जाता है', बिहार के जमुई में बोले PM मोदी

02:05 AM Nov 16, 2024 IST | Aastha Paswan

Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि द्रौपदी मुर्मू को भारत का पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनाना भाजपा का सौभाग्य है। उन्होंने “पीएम जनमन योजना” की शुरुआत का श्रेय राष्ट्रपति मुर्मू को देते हुए कहा कि वह अक्सर सबसे पिछड़ी आदिवासी आबादी के बारे में चर्चा करती थीं और आज इस योजना के तहत आदिवासी परिवारों को ‘पक्के घर’, पानी और बेहतर सड़क संपर्क मिला है।

Advertisement

बिहार दौरे पर गए पीएम मोदी

जमुई में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इसे भाजपा ही नहीं, एनडीए का भी सौभाग्य मानता हूं कि हमें द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला। वे देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं। मुझे याद है कि जब एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने का फैसला किया था, तब हमारे नीतीश बाबू ने पूरे देश की जनता से अपील की थी कि द्रौपदी मुर्मू को भारी मतों से राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए। पीएम जन्म योजना के तहत आज कई काम शुरू हुए हैं, उसका श्रेय भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ही जाता है।”

पीएम जनमन योजना पर राष्ट्रपति

पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि 24,000 करोड़ रुपये की पीएम जन्म योजना ने सबसे पिछड़े आदिवासी परिवारों के गांवों में विकास सुनिश्चित किया है, क्योंकि इसने उन्हें ‘पक्के घर’ दिए, ‘हर घर नल योजना’ के माध्यम से पानी दिया और उनके गांवों को अन्य प्रमुख क्षेत्रों से जोड़ने के लिए बुनियादी ढांचे का काम चल रहा है। उन्होंने कहा, “जब वह झारखंड की राज्यपाल थीं और राष्ट्रपति बनीं, तो अक्सर अति पिछड़ी आदिवासी आबादी के बारे में चर्चा करती थीं। पिछली सरकारों ने इन अति पिछड़े आदिवासी समुदायों की परवाह नहीं की। उनके जीवन में कठिनाइयों को कम करने के लिए 24,000 करोड़ रुपये की पीएम जनमन योजना शुरू की गई। इस योजना के जरिए इन समुदायों का विकास सुनिश्चित हुआ है।

बिहार के जमुई में बोले PM मोदी

आज इस योजना को एक साल पूरा हो रहा है। इस एक साल में हमने हजारों अति पिछड़े आदिवासी परिवारों को ‘पक्के घर’ दिए हैं। उनके गांवों को जिले के अन्य प्रमुख इलाकों से जोड़ने के लिए बुनियादी ढांचे का काम चल रहा है। उनके गांवों में ‘हर घर नल योजना’ के जरिए हर घर को पानी मिल रहा है। जिसकी मांग किसी सरकार ने नहीं की, मैं उसकी पूजा करता हूं।” अपने कार्यकाल में खोले गए संग्रहालयों और आदिवासी शोध केंद्रों की संख्या गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की केंद्र सरकार ने आदिवासी विरासत को संरक्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। “हमारी सरकार ने आदिवासी विरासत को संरक्षित करने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। आदिवासी कला और संस्कृति के लिए समर्पित कई लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। हमने रांची में भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर एक विशाल संग्रहालय शुरू किया है…आज श्रीनगर और सिक्किम में दो आदिवासी शोध केंद्रों का भी उद्घाटन किया गया है…एनडीए सरकार ने लेह में राष्ट्रीय सोवा रिग्पा संस्थान की स्थापना की है, अरुणाचल प्रदेश में पूर्वोत्तर आयुर्वेद और लोक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान को अपडेट किया गया है। भारत में डब्ल्यूएचओ का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन भी बनाया जा रहा है। इससे भारतीय आदिवासियों की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को देश और दुनिया तक पहुंचाने में भी मदद मिलेगी…”

(Input From ANI)

Advertisement
Next Article