तिरंगा लहराकर नीचे उतर रहे पर्वतारोही की मौत, अबतक कुल दो मौत
दूसरी मौत के साथ पर्वतारोहण में शोक की लहर
माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहण के दौरान दो पर्वतारोहियों की मौत हो गई, जिसमें एक भारतीय और एक फिलीपीनी शामिल हैं। नेपाल के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि खराब मौसम के कारण पर्वतारोहियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
दुनिया के सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट पर्वतारोहण सीजन के दौरान दो पर्वतारोही की मौत हो गई. इसमें से एक पर्वतारोही भारत और दूसरा पर्वतारोही फिलीपींस के थे. मार्च-मई का समय पर्वतारोहण का सीजन होता है. मौत की पुष्टि की खबर नेपाल के पर्वतारोहण अधिकारीयों ने दी. मीडिया रिपोर्ट की माने तो गुरुवार को खराब मौसम होने की वजह से वहां गए कई पर्वतारोहियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
दो पर्वतारोही की मौत
सुब्रत घोष पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे. माउंट एवरेस्ट को सफलतापूर्वक फतह कर घोष माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराकर नीचे उतर रहे थे, लेकिन उसी दौरान हिलेरी स्टेप में गिरने से उनकी मौत हो गई. उनके मृत शरीर को बेस कैंप तक लाने का प्रयास किया जा रहा है. पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पायेगा. वहीं दूसरी ओर 45 वर्षीय फिलिप द्वितीय सैंटियागो की चोटी पर चढ़ाई करते दौरान मौत हो गई. इस सीजन में कुल दो मौत की खबर सामने आई है. सैंटियागो की मौत गुरुवार की देर रात को साउथ कोल में हुई थी.
हिलेरी स्टेप क्या है?
हिलेरी स्टेप को डेथ जोन क रूप में भी जाना जाता है. यहाँ जीवित रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन चाहिए. इस जगह पर किस के जीवित रहने के लिए प्राकृतिक ऑक्सीजन पर्याप्त नहीं है.
इस सीजन में 459 लोगों को परमिट जारी
नेपाल ने इस सीजन के लिए कुल 459 लोगों को पर्वतारोहण के लिए परमिट जारी किया है. इस हफ्ते उनके गाइड और पर्वतारोही पहले ही शिखर तक पहुँच चुके हैं , जिसकी संख्या 100 के करीब है.
अबतक 345 लोगों की जा चुकी है जान
रिपोर्ट की माने तो 100 वर्षो में अबतक लगभग 345 लोगों पर्वतारोहण के दौरान अपना जान गंवाया है. ख़राब मौसम, ऑक्सीजन की कमी और थकान को मौत के लिए बड़ी वजह बताया गया है.
नेपाल पर्यटन का केंद्र
माउंट एवरेस्ट नेपाल के पर्यटन केंद्र में से एक है. जहाँ पर्वतारोही पर्वतारोहण के लिए आते हैं. यह नेपाल के लिए प्रमुख आय और रोजगार का स्रोत बन गया है.
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