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पंजाब के किसानों ने ‘भारत बंद’ को सफल बनाने के लिए झोंकी पूरी ताकत, शहरों में गांवों से नहीं होंगी दूध व सब्जी की सप्लाई

स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और पूर्ण कर्ज माफी करने की चिर-परिचित अन्य मांगों को लेकर देश के किसानों ने जहां पूरे भारत में बंद करने का ऐलान किया है वही पंजाब में बंद को सफल करने के लिए मालवा, माझा और दोआबा में किसान संगठन डटे हुए है।

04:45 PM Jan 07, 2020 IST | Shera Rajput

स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और पूर्ण कर्ज माफी करने की चिर-परिचित अन्य मांगों को लेकर देश के किसानों ने जहां पूरे भारत में बंद करने का ऐलान किया है वही पंजाब में बंद को सफल करने के लिए मालवा, माझा और दोआबा में किसान संगठन डटे हुए है।

लुधियाना : स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और पूर्ण कर्ज माफी करने की चिर-परिचित अन्य मांगों को लेकर देश के किसानों ने जहां पूरे भारत में बंद करने का ऐलान किया है वही पंजाब में बंद को सफल करने के लिए मालवा, माझा और दोआबा में किसान संगठन डटे हुए है। 
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प्राप्त जाकनारी के मुताबिक 249 किसान मजदूर संगठनों ने सर्वसहमति से फैसला लिया है कि 8 जनवरी को ना तो कोई वस्तु गांवों से शहरों में आने दी जाएंगी और ना ही शहरों की किसी भी प्रकार की सप्लाई गांवों में मान्य होंगी। उन्होंने सभी किसानों को अपील की है कि 1 बजे से लेकर 3 बजे तक दिल्ली जाने वाली समस्त ट्रेनों को रोका जाएं। 
आठ जनवरी को भारत बंद का आह्वान करते हुए कहा है कि इस दिन देशभर में दूध व सब्जियों की सप्लाई बंद रखी जाएगी। किसानों का दावा है कि देशभर में 249 किसान संगठन और 80 विद्यार्थी संगठन इस बंद को समर्थन दे रहे हैं। जिन यूनियनों ने बंद की कॉल दी है वे ज्यादातर मालवा क्षेत्र में ही सक्रिय हैं। पंजाब में किसानों के बंद का असर दिल्ली पर पडऩे की संभावना बहुत कम है। 
पंजाब से सब्जी इत्यादि की सप्लाई दिल्ली को नहीं के बराबर होती है, लेकिन वेरका का दूध दिल्ली जाता है। किसान संगठनों ने मानसा में एक बजे से तीन बजे तक ट्रेन रोकने का भी ऐलान किया हुआ है।
भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के डॉ. दर्शन पाल ने आरोप लगाया कि किसान कर्ज के कारण लगातार आत्महत्याएं कर रहे हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसानों के कर्ज पूरी तरह से माफ करने को लेकर आंदोलन खड़ा किया जाएगा। जब तक किसानों को उनकी फसल की कीमत एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर नहीं मिलती तब तक उनकी समस्याएं खत्म नहीं होंगी।
उधर जालंधर में भारतीय इंकलाबी माकर्सवादी पार्टी पंजाब के सूबा प्रधान साथी रत्न सिंह रंधावा की प्रधानगी में एक बैठक हुई, जिसमें पार्टी के महासचिव साथी मंगतराम पासला विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने हड़ताल को सफल बनाने का आहवान दिया। 
– सुनीलराय कामरेड
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