Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

देश का उत्तर पूर्वी हिस्सा हमारा रत्न है : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

‘लुक ईस्ट से एक्ट ईस्ट’ नीति पर उपराष्ट्रपति का जोर

02:17 AM May 14, 2025 IST | IANS

‘लुक ईस्ट से एक्ट ईस्ट’ नीति पर उपराष्ट्रपति का जोर

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मेघालय के पर्यटन, खनन, आईटी और सेवा क्षेत्रों में अपार संभावनाओं की प्रशंसा की, और ‘लुक ईस्ट, एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत हुई प्रगति को सराहा। उन्होंने राज्य की आर्थिक वृद्धि और महिला सशक्तीकरण की उपलब्धियों का श्रेय दूरदर्शी नेतृत्व को दिया।

नई दिल्ली में मेघालय के गारो हिल्स, खासी हिल्स और जैंतिया हिल्स क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, “हमारे देश का उत्तर पूर्वी हिस्सा हमारा रत्न है। 90 के दशक में यानी लगभग तीन दशक पहले, केंद्र सरकार की एक नीति थी और वह नीति थी ‘लुक ईस्ट’। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नीति को एक नया आयाम दिया, ‘लुक ईस्ट’ से ‘एक्ट ईस्ट’, और यह कार्रवाई बहुत प्रभावी ढंग से हुई है। मेघालय, मैं आपको बता दूं, पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। प्रकृति का अनमोल उपहार। ‘लुक ईस्ट, एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत हुई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए उपराष्ट्रपति ने बल देकर कहा कि मेघालय में पर्यटन, खनन, आईटी और सेवा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने राज्य के आर्थिक विकास और महिला सशक्तीकरण में उपलब्धियों की सराहना की और इसका श्रेय केंद्र और राज्य स्तर के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और जयशंकर ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से की मुलाकात

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि किसी व्यक्ति की जेब को मुफ्त उपहारों या दान से सशक्त करना सच्चा सशक्तीकरण नहीं है। सच्चा सशक्तीकरण वह है, जब आप किसी व्यक्ति का हाथ थामकर उसे स्वयं सशक्त बनाने में मदद करते हैं। इससे खुशी मिलती है, संतुष्टि मिलती है, आपको आंतरिक शक्ति मिलती है और यह आपको आपके परिवार पर गर्व कराता है।

राज्य की आर्थिक प्रगति की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, “किसी राज्य की अर्थव्यवस्था का निर्धारण सकल राज्य घरेलू उत्पाद यानी जीएसडीपी से निर्धारित होता है। इसके लिए मेघालय राज्य ने 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। साल दर साल 13 प्रतिशत की वृद्धि बहुत प्रशंसनीय है। राज्य की अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के लिए उनकी गहरी प्रतिबद्धता के लिए मुख्यमंत्री को बधाई। अभी, यह अनुमानित है कि यह 66,000 करोड़ रुपए से अधिक है। मेघालय दिल से एक बड़ा राज्य है, लेकिन भौगोलिक रूप से उतना बड़ा नहीं है। लेकिन, आपकी अर्थव्यवस्था का आकार अच्छा है। आपने एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है और आपका लक्ष्य है कि राज्य 2028 तक 10 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।”

Advertisement
Advertisement
Next Article