Bangladesh में फिर शुरू हुआ हिंसक प्रोटेस्ट, झड़प में 40 लोग घायल
Bangladesh: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद भी हिंसक प्रोटेस्ट नहीं रुक रही, अभी भी बांग्लादेश में हिंसा जारी है। एक बार फिर रविवार रात को हिंसक झड़प में दोनों पक्षों की ओर से कई दर्जनों लोग घायल हुए हैं। अंसार सदस्य पिछले दो दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। आश्वसन के बावजूद उन्होंने प्रदर्शन नहीं खत्म किया।
Highlights
- Bangladesh में फिर शुरू हुआ हिंसक प्रोटेस्ट
- झड़प में 40 लोग घायल
- अंसार सदस्य अपनी मांगों को लेकर कर रहे थे विरोध प्रदर्शन
Bangladesh में फिर शुरू हुआ हिंसक झड़प
बांग्लादेश(Bangladesh) की राजधानी ढाका में सचिवालय के पास रविवार 25 अगस्त रात छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में दोनों पक्षों के 40 लोग घायल हो गए। यह झड़प रात 9 बजे हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को मारने-पीटने के लिए एक दूसरे का पीछा करना शुरू कर दिया। बिगड़ते हालात को देख सेना और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। सुरक्षाबलों की उपस्थिति के बावजूद भी छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच झड़पें जारी रहीं, कथित तौर पर कई राउंड गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सोनिक ग्रेनेड्स भी इस्तेमाल किए।
अंसार सदस्य अपनी मांगों को लेकर कर रहे थे विरोध प्रदर्शन
ढाका मेडिक कॉलेज अस्पताल (DMCH) पुलिस शिविर प्रभारी एमडी बच्चू मिया ने कहा कि घायलों को रात करीब साढ़े 9 बजे अस्पताल पहुंचाना शुरू किया गया। दरअसल दर्जनों अंसार सदस्य सचिवालय के मेन गेट पर अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। तनाव तब बढ़ा जब हजारों की संख्या में छात्र लाठी-डंडों के साथ सचिवालय की ओर मार्च करने लगे। छात्रों ने अंसार सदस्यों को 'निरंकुश शासन का एजेंट' बताया।
किस बात पर ढाका में हुआ बवाल?
दरअसल, ढाका में छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच विवाद की वजह 'स्टूडेंट अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन मूवमेंट' के सदस्य थे। अंसार सदस्य अंतरिम सरकार के सलाहकार और 'स्टूडेंट अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन मूवमेंट' के समन्वयक नाहिद इस्लाम को हिरासत में ले रहे थे. उनके साथ ही अन्य समन्वयकों सारजिश आलम, हसनात अबदुल्ला और अन्य लोगों को भी सचिवालय पर हिरासत में लिया जा रहा था। अंसार सदस्यों के इस कदम से छात्र भड़क गए।
अंसार सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई
ढाका यूनिवर्सिटी के छात्र अतीक हुसैन ने कहा कि अंसार सदस्यों की शुरुआती मांगें पूरी कर दी गई थीं, लेकिन अब वे एक अनुचित मांग के साथ स्थिति को जटिल बना रहे हैं। वहीं रात करीब साढ़े 10 बजे सलाहकार नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद सचिवालय से निकले और उत्तेजित छात्रों से शांत रहने का आग्रह किया। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि उन पर हमला करने वाले अंसार सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या है अंसार सदस्यों की मांग
छात्र मुराद मंडल ने कहा कि वह यूनिवर्सिटी में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत इकट्ठा करने और उसे बांटने में व्यस्त थे। कथित तौर पर उन्हें पता चला कि कुछ अधिकारियों और सलाहकारों को अंसार सदस्यों ने सचिवालय से बाहर नहीं निकलने दिया, जिसके बाद वह सचिवालय की ओर बढ़ने लगे। उसने कहा, 'हमें अपने देश में किसी भी अंसार की जरूरत नहीं है।' अंसार सदस्यों की ओर से पिछले दो दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा था। अंसार सदस्यों की मांग थी कि उनकी नौकरियों का राष्ट्रीयकरण किया जाए।
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