भारत-भूटान के बीच खाद्य सुरक्षा सहयोग: नई दिशा
भारत : भारत और भूटान के बीच खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक नई पहल के तहत, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने भूटान खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (BFDA) के साथ द्विपक्षीय बैठक का आयोजन किया। यह बैठक वैश्विक खाद्य विनियामक शिखर सम्मेलन के दौरान हुई, जिसमें दोनों देशों ने खाद्य सुरक्षा समझौते को लागू करने के लिए अपने कदमों की समीक्षा की। यह सहयोग खाद्य सुरक्षा मानकों को बढ़ाने और खाद्य व्यापार को सुगम बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
Highlights:
- राष्ट्रों के बीच सहयोग का नया युग
- समझौते से सुरक्षा, समृद्धि और सहयोग!
- क्षमता निर्माण: भविष्य की ओर
द्विपक्षीय बैठक का आयोजन
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने शनिवार को भूटान खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (BFDA) के साथ एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की। यह बैठक भारत मंडपम में वैश्विक खाद्य विनियामक शिखर सम्मेलन के दौरान हुई और इसका मुख्य उद्देश्य 21 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूटान यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित खाद्य सुरक्षा समझौते का कार्यान्वयन था।
समझौते का उद्देश्य
इस समझौते का प्राथमिक लक्ष्य भूटान में खाद्य व्यापार संचालकों पर BFDA द्वारा आधिकारिक नियंत्रण को मान्यता देना है, ताकि भारत और भूटान के बीच व्यापार को सुगम बनाया जा सके। साथ ही, यह FSSAI और BFDA के बीच तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने का भी प्रयास है।
क्षमता निर्माण और तकनीकी सहयोग
बैठक में क्षमता निर्माण पहलों पर चर्चा की गई, जिसका उद्देश्य BFDA अधिकारियों को खाद्य सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना है। FSSAI के CEO, जी. कमला वर्धन राव ने इस साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने के लिए साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भूटान के BFDA निदेशक ग्येम बिधा ने भी भारत के नेतृत्व की सराहना की और सुरक्षित खाद्य व्यापार को सुविधाजनक बनाने में इस समझौते की महत्ता को बताया। इस बैठक में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने सहयोग की दिशा में नए कदम उठाने का संकल्प लिया।