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Tracking Tips: अक्सर पहाड़ या सीढ़ियां चढ़ने के बाद हमारे पैरों में भयंकर दर्द होता। खासतौर से उन लोगों को जो पहली बार ट्रैकिंग ट्राई करते हैं। ट्रैकिंग के बाद जांघों से लेकर पिंडलियों में सबसे अधिक दर्द होता है। इस दर्द के दौरान चलना और बैठना मुश्किल हो जाता है। इससे राहत पाने के लिए लोग दवाइयों का सहारा लेते हैं। लेकिन हर परेशानी का इलाज दवाई ही नहीं होती। इससे बचने के लिए पहले से कर लें कुछ तैयारियां।
Highlights
ट्रैकिंग करना एक अलग तरह का एडवेंचर है होता है, जिसमें आपको प्रकृति के करीब जाने और नई यादें बनाने का मौका मिलता है, लेकिन जहां कुछ लोगों ट्रैकिंग के दौरान जिंदगी भर की यादें लेकर लौटते हैं, तो वहीं कुछ लोग मसल्स painऔर घुटनों में दर्द लेकर। पहाड़ या सीढ़ियां चढ़ते वक्त पैरों में इतना तेज दर्द होता कि इससे चलना-बैठना तक दूभर हो जाता है। इससे निजाद पाने के लिए कुठ लोग दवाइयों का सहारा लेते हैं और तेल-मालिश के बाद ही कुछ आराम मिलता है। इस दर्द के बाद लोगों के मन में ऐसा डर बैठ जाता है, कि अगली बार ऐसे एडवेंचर को ट्राई करने से पहले चार बार सोचना पड़ता है। इसलिए हम इस आर्टिकल में आपकों बताने जा रहे हैं कि ट्रैकिंग से पहले कुछ जरूरी तैयारियां के बारे में।
पहाड़ पर चढ़ने और फिर उतरने के दौरान घुटनों पर दो से तीन गुना ज्यादा भार पड़ता है। जिस वजह से सिर्फ घुटने ही नहीं बल्कि पूरे मांसपेशियों में भी दर्द होने लगता है। इसके अलावा सही जूते न पहनने, बहुत भारी वजन लेकर चलने, खराब तरीके से चलने की वजह से भी ये प्रॉब्लम हो सकती है।
लंबी और ऊंची जगहों पर पैदल यात्रा करके आप डिहाइड्रेट की समस्या हो सकती है। खासतौर से तक जब आप बीच-बीच में कैफीन का सेवन करें। इससे मांसपेशी में और घुटनों में दर्द बढ़ सकता है। इसलिए ट्रैकिंग करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपको अधिक से धिक पानी है।
ट्रैकिंग, हाइकिंग का प्लान है, तो कार्बोहाइड्रेट नहीं, बल्कि डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं। एक तो इससे बॉडी को एनर्जी मिलती है। चढ़ाई के दौरान बार-बार भूख नहीं लगती और सबसे जरूरी मसल्स पेन की प्रॉब्लम नहीं होती।
आपने नोटिस किया होगा, ट्रैकिंग या हाइकिंग के दौरान स्थानीय लोग डंडों का इस्तेमाल करते हैं, तो ये एक अच्छा तरीका है मसल्स पेन और इंजुरी से बचने का।
मांसपेशियों में हो रहे दर्द को दूर करने में मैग्नीशियम का भी बहुत बड़ा रोल होता है। इससे मसल्स में होने वाली ऐंठन और दूर होती है। इसके लिए मैग्नीशियम रिच फूड्स लें वैसे इसके पाउडर और कैप्सूल भी आते हैं और ये भी बहुत फायदेमंद होते हैं।
ट्रैकिंग या हाइकिंग से पहले शरीर की थोड़ी-बहुत स्ट्रेचिंग कर लेने से मसल्स की जकड़न दूर होती है, जिससे इस तरह के दर्द की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।