यूपी में IPS दंपति ने जॉब छोड़ने का लिया फैसला! एक साथ मांगा VRS, जानें पूरी कहानी
UP IPS Couple VRS: उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है जब एक आईपीएस पति-पत्नी की जोड़ी ने एक साथ स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन किया है। डीआईजी रेलवे लखनऊ सुधा सिंह और उनके पति दिनेश सिंह ने यह फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है। दोनों ही अधिकारी 2011 बैच के आईपीएस हैं। उनके इस निर्णय के बाद पुलिस महकमे में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
UP IPS Couple VRS: वीआरएस के पीछे क्या रही वजह?
जानकारी के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने गृह विभाग को वीआरएस का आवेदन भेज दिया है। उन्होंने अपने पत्र में पारिवारिक और निजी कारणों का हवाला दिया है। दिनेश सिंह पिछले एक साल से बीमारी के चलते ड्यूटी पर नहीं जा पा रहे थे और मेडिकल लीव पर थे। ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने स्वास्थ्य लाभ के लिए स्थायी रूप से आराम करने का फैसला किया है। वहीं, सुधा सिंह ने भी अपने पति की देखभाल के लिए नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया है। वह फिलहाल डीआईजी रेलवे, लखनऊ के पद पर कार्यरत हैं।
UP News Today: सरकार कर रही है विचार
दोनों अधिकारियों के वीआरएस आवेदन पर अब शासन स्तर पर विचार किया जा रहा है। सामान्य प्रक्रिया के अनुसार, इस तरह के मामलों में गृह विभाग, पुलिस मुख्यालय और कार्मिक विभाग से राय ली जाती है। इसके बाद अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री स्तर पर होता है। चूंकि दोनों अधिकारी वरिष्ठ और अनुभवशील हैं, इसलिए यह मामला सरकार के लिए भी अहम माना जा रहा है।
Uttar Pradesh IPS News 2025: दिनेश सिंह की तबीयत बनी वजह
बताया जा रहा है कि दिनेश सिंह की तबीयत काफी समय से ठीक नहीं थी। जब वे बिजनौर में एसपी के पद पर थे, उस दौरान उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद से ही वह नियमित ड्यूटी पर लौट नहीं सके। उनकी बीमारी को देखते हुए उन्होंने वीआरएस लेने का निर्णय लिया।
झांसी में बसने की तैयारी
दोनों अधिकारी अब लखनऊ छोड़कर झांसी में बसने की योजना बना रहे हैं। वहां वे पारिवारिक जीवन पर ध्यान देंगे और दिनेश सिंह के स्वास्थ्य पर फोकस किया जाएगा। सुधा सिंह ने यह बड़ा कदम अपने पति की देखभाल को प्राथमिकता देते हुए उठाया है।
कौन हैं सुधा सिंह और दिनेश सिंह?
सुधा सिंह 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वे डीआईजी रेलवे, लखनऊ के पद पर तैनात हैं। उनके पति दिनेश सिंह भी आईपीएस अधिकारी रहे हैं और अमेठी, बिजनौर जैसे जिलों में बतौर एसपी सेवाएं दे चुके हैं। दोनों ने अपने वीआरएस आवेदन में स्पष्ट किया है कि यह फैसला उन्होंने पूरी सोच-विचार और पारिवारिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लिया है।
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